मध्यप्रदेश

UP-MP में भारी बारिश से खतरे के निशान से ऊपर पहुंची मंदाकिनी, रीवा-सतना के गांवों में घुसा पानी

मध्य प्रदेश : चित्रकूट/सतना। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) से लेकर उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) तक में भारी बारिश (Havy Rain) का दौर जारी है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण मप्र के विंध्य (Vindhya) और ग्वालियर-चंबल क्षेत्र (Gwalior-Chambal region) में नदियां उफान पर आ गई हैं। सतना (satna), रीवा (Rewa) और सिंगरौली (Singrauli) में नदियों के ऊफान में आने के कारण कई गांवों में पानी अंदर तक घुस गया है। तो वहीं यूपी में मंदाकिनी नदी (Mandakini River) का जलस्तर खतरे के निशान को पार गया है। बताया जा रहा है कि नदी हर घंटे अपना रौद्र रूप धारण करती जा रही है।

यूपी-एमपी मार्ग पर यातायात बंद होने पर नाव चलवानी पड़ रही है। लोगों का कहना है कि मंदाकिनी 2003 की बाढ़ की तरफ बढ़ रही है। UP और MP के पहाड़ों से तेजी से आ रहा पानी डराने लगा है। मंदाकिनी के पानी से देर रात रामघाट (Ramghat) की सभी दुकानें जलमग्न हो गईं। रविवार दोपहर बाद मंदाकिनी खतरे का निशान 126.50 पार कर 130 मीटर से ऊपर पहुंच गई। जंगलों व पहाड़ों का पानी आने से शाम को मंदाकिनी ने और रौद्ररूप धारण कर लिया।

एसडीआरएफ व सेना सतर्क
चित्रकूट के डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल (DM Shubhrant Kumar Shukla) ने अधिकारियों के साथ रविवार को बाढ़ क्षेत्र का भ्रमण कर जायजा लिया है। सतना के एसपी धर्मवीर सिंह (SP Dharamveer Singh) ने भी अपने क्षेत्र में व्यवस्थाएं देखीं। एमपी क्षेत्र में मंदाकिनी की तरफ जाने वाले सभी रास्तों पर पुलिस तैनात कर नदी की ओर आवागमन रोका दिया गया है। यूपी प्रशासन ने SDRF, NDRF व आर्मी को स्थितियों से अवगत कराया है। बताया गया है कि किसी भी आपात स्थिति में तीन घंटे के अंदर सभी टीमें पहुंच जाएंगी।





एमपी प्रशासन ने की बेरीकेडिंग
चित्रकूट स्थित एमपी क्षेत्र का बड़ा हिस्सा पानी से घिर गया है। सतना एसपी धर्मवीर सिंह ने अनसुइया आश्रम पहुंचकर निचले इलाके के दुकानदारों व रहने वाले लोगों को तत्काल हटाकर सुरक्षित स्थानों में पहुंचने को कहा है। मंदाकिनी की तरफ सारे रास्ते बंद कर एमपी प्रशासन ने बेरीकेडिंग करवा दी है।

तराई अचंल में बाढ़ जैसी स्थिति
बात करें मध्यप्रदेश की तो सतना और सीधी में बारिश की वजह से तराई में बाढ़ की स्थिति है। यहां से पानी आने की वजह से रीवा सबसे ज्यादा प्रभावित है। शनिवार रात से बकिया बराज के 8 गेट एवं बीहर बराज के 12 गेट खोले जा चुके हैं। साथ ही अदवा डैम का भी एक गेट खोला गया है। इससे जिले के तराई अंचल में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है। नईगढ़ी-बहूती मार्ग, सोहागी-बड़ागांव का मुख्य मार्ग और त्योंथर क्षेत्र के धोबा नाला में बाढ़ के हालात है। पटेहरा के पास टमस और बेलन नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है।

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