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ममता बनर्जी ने 5 दिन बाद उठाया कदम, भरोसेमंद पार्थ चटर्जी को हटाया मंत्री पद से
भोपाल – पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने भरोसेमंद मंत्री पार्थ चटर्जी की पद से हटा दिया है। पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से मिले करोड़ों रुपये नगद और करीब 4.31 करोड़ रुपये के ज्वैलरी मिलने के बाद ममता बनर्जी को उनके खिलाफ यह फैसला लिया है। ऐसी जानकारी के अभिषेक बनर्जी ने एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। जिसमें पार्थ बनर्जी को पार्टी महासचिव के पद से हटाने का फैसला लिया जा सकता है।
कुणाल घोष ने कहा – मुझे भी हटा दें
अभिषेक बनर्जी के करीबी और टीएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुणाल घोष ने पार्थ चटर्जी को लेकर ट्वीट कर कहा कि जब तक जांच चल रही है। तब तक पार्थ को सभी पदों से हटा दिया जाए। इसके साथ ही कुणाल ने लिखा की अगर पार्टी को मेरी बात ठीक नहीं लगती है तो मुझे भी सभी पदों से हटा दें।
पार्टी में नंबर दो की हैसियत
पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी को हटाने का फैसला सीएम ममता बनर्जी ने पाँच दिन बाद लिया है। पार्थ चटर्जी को टीएमसी में नंबर दो माना जाता है। वे ममता बनर्जी को बहुत खास व्यक्तियों में से एक हैं। वर्तमान में पार्थ टीएमसी सरकार में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के मंत्री थे।
अर्पिता ने नहीं भरा मेंटेनेंस
अर्पिता ने बयान दिया है कि मैं नहीं जानती थी कि पार्थ चटर्जी मेरे फ्लैट का इस्तेमाल किन कामों के लिए करते थे। लेकिन ईडी की रेड बाद सील किए गए फ्लैट के बाहर सोसायटी के द्वारा एक नोटिस भी चस्पा किया गया है। जिसमें लिखा है कि अर्पिता पर मेंटेनेंस का 11 रुपये जमा है।
क्या क्या मिला अर्पिता के घर से
अर्पिता के दोनों फ्लैटों से दो हजार और पांच सौ रुपये के नोट के कई बंडल मिले हैं। ईडी से मिली जानकारी के मुताबिक कैश के साथ ही तीन सोने की ईंट, तीन सोने के कंगन जिसका वजन कुल डेढ़ किलो और एक सोने का पेन भी मिला है। ईडी 10 बॉक्स में भरकर कैश और सोना अपने साथ लेकर गई थी।