मध्यप्रदेश

विश्व विख्यात सांची को सीएम आज देंगे बड़ी सौगात: देश की पहली सोलर सिटी का करेंगे लोकार्पण

भोपाल। शिवराज सिंह चौहान आज बुधवार को देश की पहली सोलर सिटी सांची का लोकार्पण करेंगे। इससे कार्बन उत्सर्जन कम होने के साथ ही सात करोड़ रुपए सालाना की बचत होगी। यह कार्यक्रम रायसेन जिले के सांची स्टेडियम में दोपहर 1 बजे आयोजित होगा। कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सहकारिता मंत्री अरविन्द भदौरिया, अध्यक्ष ऊर्जा विकास निगम गिर्राज दंडोतिया, सांसद रमाकांत भार्गव मौजूद रहेंगे।

ज्ञात हो कि पृथ्वी के सतह के तापमान को नियंत्रित करने के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की दिशा में यह महत्वपूर्ण प्रयास है। सांची सोलर सिटी में सालाना लगभग 13747 टन कार्बन डाई आक्साईड के उत्सर्जन में कमी आएगी, जो कि लगभग 2.3 लाख वयस्क वृक्षों के बराबर है। साथ ही शासन तथा नागरिकों के ऊर्जा संबंधी व्यय में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सालाना लगभग 7 करोड़ रुपए से ज्यादा की बचत होगी।

भारत समेत पूरी दुनिया में दिखेगा असर
जलवायु परिवर्तन में भारत समेत पूरी दुनिया में अब बड़ा असर दिखा रहा है। जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों जैसे कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2070 तक नेट जीरो भारत के हर राज्य में एक सोलर सिटी विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी दिशा में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा ऐतिहासिक धरोहर सांची को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया, जिसमें न केवल सांची शहर की ऊर्जा जरूरतों को नवकरणीय ऊर्जा से पूर्ण करना बल्कि वहां के समस्त नागरिकों को ऊर्जा साक्षर बनाकर उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में व्यवहारिक परिवर्तन ला कर ऊर्जा का संरक्षण करना भी शामिल है।

इको फ्रेंडली सुविधाओं के जरिए पर्यावरण प्रदूषण कम करने की कोशिश
सांची शहर को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के साथ ही इको फ्रेंडली सुविधाओं के जरिए पर्यावरण प्रदूषण को कम करके दूरिज्म को आकर्षित करने की कोशिश की गई है। व्यक्तिगत सामाजिक दायित्व की भागीदारी से विभिन्न स्थानों पर सोलर वाटर कियॉस्क स्थापित किया है, इससे सार्वजनिक सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। शहर में 4 नग बैटरी चलित ई-रिक्शा चलेंगे, जिनसे किसी भी प्रकार का प्रदूषण नहीं होता। बैटरी रिक्शा में एक्सीडेंट होने का खतरा भी कम होता है। यह शहर के गरीबों के लिये रोजगार का अच्छा माध्यम बनेगा तथा इसकी बिजली की खपत भी कम होती है। भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए सुविधाए तेजी से बढ़ रही है और यह सस्ती भी हो रही है। शहर में 2 बैटरी चलित कचरा वाहन भी चलेंगे। ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन जिसमें 4 कमर्शियल चार्जिंग पॉइंट तथा 3 ई-रिक्शा चार्जिंग पॉइंट है, स्थापित किए गए हैं।

Web Khabar

वेब खबर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button