नज़रिया

इस बार दो दीवाली मनाएगा मध्यप्रदेश

मान्यता है कि बिना भगवान शिव की अनुमति के इस सृष्टि पर भी कुछ भी संभव नहीं है। ऐसे में 11 अक्टूबर को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में परम शिव भक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “महाकाल लोक” का लोकार्पण करने जा रहे हैं। यह भगवान शिव के आशीर्वाद और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिहं चौहान की अथक मेहनत का ही परिणाम है कि महाकाल लोक का लोकार्पण एक कार्यक्रम नहीं बल्कि एक उत्सव बन गया है। जिस तरह से कोरोना काल में पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से दीपक और थाली बजाने का आह्वान किया था ठीक उसी तरह से प्रदेश की जनता से सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घरों में दीप जलाकर दीपोत्सव यानि दीपावली से पहले दीपावली मनाने का आह्वान किया है। प्रदेश की जनता को भगवान की तरह पूजन करने वाले सीएम शिवराज के दिल से किए गए इस आह्वान को लेकर गांव से लेकर शहरों 11 अक्टूबर को दिन को ऐतिहासिक बनाने की तैयारियां शुरु हो चुकी है। पीएम नरेंद्र मोदी महाकाल की नगरी उज्जैन में बनें महाकाल के अदुभत लोक महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे। इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने की प्रत्येक शिव भक्त उज्जैन पहुंचना चाहता है, लेकिन उज्जैन की भी एक सीमा है, जिसका ध्यान सबको रखना है।

 

 

 

11 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी करीब 856 करोड़ की लागत से महाकाल मंदिर कॉरिडोर के प्रथम चरण का लोकार्पण करने जा रहे हैं। मोदी के कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं, सीएम खुद ही सारी तैयारियां की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान के नाम की शुरुआत भी भगवान शिव के नाम से होती है। और इस बारे के अपने कार्यकाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जिस तरह के फैसले लिए हैं वे शांत शिवराज की छवि से उलट हैं। पुराणों में लिखा है कि जब भगवान शंकर का जब क्रोध आता है सारी सृष्टि कांप उठती है। आदि भी शिव है और अंत भी शिव है। ठीक उसी तरह से इस बार के शिवराज भी दुष्टों के लिए कठोर है। सीएम शिवराज कहते हैं कि मध्य प्रदेश की शांत धरा पर अशांति फैलाने वालों को जगह नहीं मिलेगी। तो ऐसा होता भी है, जिन्होंने शांति को अशांति में बदलने की कोशिश की उन घरों पर शिवराज का बुलडोजर चला है।

 

 

 

मध्यप्रदेश

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दूरदर्शिता के कारण महाकाल लोक का लोकार्पण कार्यक्रम एक ऐसा उत्सव बन गया है कि जिसका हर कोई सहभागी बनना चाहता है। सीएम शिवराज सिंह चौहान की अपील का असर कैसा होता है। उसे इस बात से समझा जा सकता है कि अपने सोशल मीडिया पर खुद की खूबसूरत फोटो को हटाकर लोग बाबा महाकाल के कार्यक्रम की फोटो लगा रहे हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान का जनसेवा करने का भी अपना एक अलग ही स्टाइल है। उन्हें खुद काम करना आता है और काम करवाना भी। यूपी सरकार के काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से चार गुना ज्यादा बड़े महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण सीएम शिवराज सिंह चौहान के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है। महाकाल लोक के लोकार्पण को लेकर सीएम शिवराज कहते हैं कि वे तो एक निमित्त मात्र है। “महाकाल लोक” का निर्माण कराने वाले तो भगवान शिव है और निर्माण करने वाला शिवराज है। यह शिवराज सिंह चौहान की खासियत ही है कि वो जनता को अपने साथ जोड़ लेते है। जन आशीर्वाद यात्रा, नर्मदा सेवा यात्रा जैसों अनेकों उदाहरण है जहां सीएम शिवराज के साथ लाखों की भीड़ नजर आई।

 

उज्जैन के राजा बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए विश्व भर से शिवभक्त उज्जैन आते हैं। लेकिन इस बार जब वो बाबा महाकाल के दर्शन करने आएंगे तो वे देखेंगे अद्भुत, अकल्पनीय और अविश्वसनीय महाकाल लोक को। बाबा महाकाल सबके दुखों को हरने वाले हैं। ऐसे में 11 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद महाकाल लोक को देश की जनता को समर्पित करेंगे। महाकाल का यह लोक अपने आप में भी अंचभा है। यह एक कहानी की तरह है जिसे पढ़ने और समझने की जरूरत है। सीएम शिवराज सिंह चौहान के बारे में उनके विरोधी कई तरह की बातें करते हैं। लेकिन हकीकत है कि प्रदेश की जनता उन्हें प्यार करती है। एक राजनेता और जनता के बीच संबंध कैसा होना चाहिए इस बात को शिवराज बहुत अच्छे से जानते हैं। किसी कार्यक्रम से जनता को जोड़कर उसकी सहभागिता तय करना सीएम शिवराज जानते हैं। यहीं कारण है कि देशभर में 24 अक्टूबर को लोग दीपावली के अवसर पर दीप प्रज्वलित करेंगे। लेकिन मध्य प्रदेश 11 अक्टूबर को दीपावली मनाई जाएगी। इस दिन उज्जैन जहां रोशनी से जगमगाता नजर आएगा तो प्रदेश का बाकी हिस्सा भी सीएम शिवराज सिंह चौहान की अपील के बाद रोशन नजर आएगा।

वैभव गुप्ता

वैभव गुप्ता मध्यप्रदेश की पत्रकारिता में जाना-पहचाना नाम हैं। मूलतः ग्वालियर निवासी गुप्ता ने भोपाल को अपनी कर्मस्थली बनाया और एक दशक से अधिक समय से यहां अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों में उल्लेखनीय सेवाएं दी हैं। वैभव गुप्ता राजनीतिक तथा सामाजिक मुद्दों पर भी नियमित रूप से लेखन कर रहे हैं।

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