आजीवन प्रतिबंध : बढ़ सकती है पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की मुश्किलें, आर्टिकल 62 का हो सकता है उपयोग

इस्लामाबाद – पाकिस्तान का सियासी ड्रामा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पहले पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को जनता के नाम अपने संबोधन के लिए गिड़गिड़ाना पडा था। लेकिन अब जब रविवार को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होने जा रही है, लेकिन अभी भी पाकिस्तान की पीएम की गुप्त चिट्ठी पर रहस्य बरकरार है। लेकिन क्या है उसे चिट्ठी में हर किसी के मन में यह सवाल है। क्योंकि रविवार को नेशनल असेंबली में उनके खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होने जा रहा है। इसके बाद किसी भी पल इमरान खान की सरकार गिर सकती है। लेकिन सरकार के गिरने या फिर बरकरार रहने से पहले चर्चा में वो गुप्त चिट्ठी आ गई है, जिसको इमरान खान ने आखिरी दांव की तरह मीडिया के सामने रखा था।
लग सकता है आजीवन प्रतिबंध
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कुछ समय पहले एक यह चिट्ठी पत्रकारों को कुछ दूरी से ही दिखाई थी। लेकिन सरकार के कानूनी सलाहकारों ने भी इमरान खान को चेतावनी दी है कि – इमरान खान के द्वारा विदेशी कार्यालय के दस्तावेज साझा करने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। कानूनी जानकारों के अनुसार हो सकता है कि इमरान खान पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया जाए।
क्या है आर्टिकल 62?
जिस चिट्ठी को पाक पीएम को पत्रकारों को दूसरे दिखाया था उस चिट्ठी को लेकर इमरान खान ने कानूनी सलाह मांगी थी। इमरान खान ने दावा किया है कि एक विदेशी देश ने पाकिस्तान के दूत के माध्यम से एक धमकी भरा संदेश भेजा था। पाकिस्तान में पदस्थन सूत्रों की मानें तो कानूनी शाखा ने अपनी सलाह में कहा कि राजनयिक गुप्त दस्तावेज, आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 के दायरे में आता है। इसे न तो भेजने वाला और न ही रिसीव करने वाला किसी के साथ साझा कर सकता है। अगर प्रधानमंत्री इमरान खान राजनयिक दस्तावेज को साझा करते हैं, तो यह उनकी शपथ का उल्लंघन माना जाएगा और उन्हें संविधान के आर्टिकल 62 के तहत आजीवन अयोग्य घोषित भी किया जा सकता है।