किंग कोहली ने तीन साल बाद खेली विराट पारी: खुश हेड कोच ने लिया इंटरव्यू
विराट कोहली की इस धमाकेदार पारी के पार टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने उनका इंटरव्यू लिया। हेड कोच राहुल द्रविड़ ने यहां विराट कोहली के मजे भी लिए और कहा कि मैंने बतौर प्लेयर, बतौर दर्शक विराट कोहली के कई टेस्ट शतक देखे हैं, लेकिन बतौर कोच मैं पिछले 15-16 महीनों से इस पल का इंतजार कर रहा था।
नई दिल्ली। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का सोमवार को अंत हो गया है। अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में खेला गया आखिरी टेस्ट ड्रा रहा। मैच ड्रा होने के बाद भी टीम इंडिया ने सीरीज पर कब्जा कर लिया है। बता दें कि नागपुर और दिल्ली में खेले दो टेस्ट को भारत ने पहले जीत लिया था, जबकि इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट में कंगारू टीम ने जीत दर्ज की थी। अहमदाबाद में खेले आखिरी टेस्ट में टीम इंडिया और भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। दरअसल नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली का तीन साल बाद जमकर बल्ला बोला। यहां पर उन्होंने 186 रनों की शानदार पारी खेली।
विराट कोहली की इस धमाकेदार पारी के पार टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने उनका इंटरव्यू लिया। हेड कोच राहुल द्रविड़ ने यहां विराट कोहली के मजे भी लिए और कहा कि मैंने बतौर प्लेयर, बतौर दर्शक विराट कोहली के कई टेस्ट शतक देखे हैं, लेकिन बतौर कोच मैं पिछले 15-16 महीनों से इस पल का इंतजार कर रहा था। आखिरकार वह पल आया और हमने विराट कोहली की एक और टेस्ट सेंचुरी देखी। राहुल द्रविड़ और विराट कोहली के बीच हुई बातचीत का बीसीसीआई ने वीडियो शेयर किया है। विराट कोहली ने इस बातचीत में बताया कि यह पारी किस तरह उनकी अन्य पारियों से अलग थी, जो काफी धीमी और ध्यान से खेली गई पारी थी।
आस्ट्रेलिया ने मेरे लगाई थी 7-2 की फील्ड
कोहली ने बातचीत के दौरान बताया कि कई बार ऐसा होता है आपको सिंगल-डबल पर निर्भर रहना पड़ता है, अगर चार सेशन में कोई बाउंड्री नहीं आती है तो मैं उसके लिए तैयार हूं। विराट ने बताया कि हमें इस तरह की बड़ी पारी खेलने के लिए आपको फिजिकली फिट रहना जरूरी है, ताकि आप मानसिक रूप से तैयार हो तो वह आपको सपोर्ट कर सकें। उन्होंने कहा कि आॅस्ट्रेलिया के बॉलर्स ने बढ़िया बॉलिंग की और इस पिच से जितनी भी मदद ली जा सकती थी, वह ली. कोहली बोले कि आॅस्ट्रेलिया ने मेरे लिए 7-2 का फील्ड लगाया, यहां बाउंड्री लगाना आसान नहीं था।
40-50 रनों से नहीं होता खुश
विराट कोहली ने लंबे वक्त से सेंचुरी ना जड़ने के बारे में बात की और कहा कि अगर आप सेंचुरी नहीं जड़ते हैं तो बतौर बल्लेबाज यह बात आपको परेशान कर सकती है. लेकिन मैं खुद ही ऐसा व्यक्ति हूं जो 40-45 से खुश नहीं होता। क्योंकि अगर मैं 40 पर खेल रहा हूं तो मुझे पता है कि मैं यहां 150 भी बना सकता हूं। जब मैं ऐसा नहीं कर पा रहा था तब खुद से निराश होता था. कोई आंकड़ा मायना नहीं रखता है, लेकिन आप अपनी टीम के लिए बड़ी पारी खेलना चाहते हो और हर तरह से मदद करना चाहते हो। बता दें कि विराट कोहली का यह टेस्ट शतक करीब 40 महीने के बाद आया है, उन्होंने आखिरी बार टेस्ट सेंचुरी 22 नवंबर 2019 में बनाई थी और अब यह शतक आया है।