खरगोन: किसानों को ढांढस बंधाने मैदान में उतरे कलेक्टर, खेत-खेत जाकर देखी तबाही
वर्मा खेतों पर जाकर फसलों का निरीक्षण किया। उन्होंने बरुड क्षेत्र में मक्का, गेंहू और चना की फसलों का अवलोकन कर ग्रामीणों से हुई नुकसानी की जानकारी ली। कलेक्टर वर्मा ने लतीपुरा के किसान जगदीश कुमरावत के खेत में कटे गेंहू की फसल की बाली हाथों में लेकर मसलकर दाने निकालकर देखें।
खरगोन। मध्यप्रदेश के ज्यादातर जिलों में इन दिनों तेज आंधी के साथ बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला जारी है। ओलावृष्टि ने फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। खेतों में खड़ी गेहूं की फसलें पूरी तरह से तबाह हो गई है। जिसकी वजह से किसानों की कमर टूट गई है। ओलो ने सबसे ज्यादा तबाही मालवा-निमाड़, ग्वालियर-चंबल अंचल, महाकौशल में मचाई है। हालांकि किसानों को राहत देने के लिए मप्र सरकार ने खराब हुई फसलों का सर्वे करने के लिए अधिकारियों को मैदान में उतार दिया है। खरगोन में तो कलेक्टर कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा खुद ही खराब हुई फसलों निरीक्षण करने मैदान में उतर गए हैं।
इतना ही वर्मा खेतों पर जाकर फसलों का निरीक्षण किया। उन्होंने बरुड क्षेत्र में मक्का, गेंहू और चना की फसलों का अवलोकन कर ग्रामीणों से हुई नुकसानी की जानकारी ली। कलेक्टर वर्मा ने लतीपुरा के किसान जगदीश कुमरावत के खेत में कटे गेंहू की फसल की बाली हाथों में लेकर मसलकर दाने निकालकर देखें। यहां मौजूद ग्रामीणों से उन्होंने नुकसान होने की जानकारी ली। इसके अलावा कलेक्टर कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने फसल नुकसानी को लेकर सभी एसडीएम से अलग-अलग रिपोर्ट भी मांगी है।
खेतों में जाकर देखा फसलों को
वहीं किसान द्वारा बताया गया कि, कई खेतों में गेहूं निकल चुका हैं। कुद किसानों के खेतों में कटे गेहूं है खड़े गेहूं को ज्यादा नुकसान नहीं हो पाया। इसके बाद इन्हीं के खेत के पास सुखदेव के खेत में गेंहू की खड़ी फसल का आंकलन करते हुए बाली से गेंहू निकालकर दाने खाकर भी देखें। यहां के बाद उन्होंने बड़या गांव के अर्जुन जमरे के खेत मे मक्का की फसल का अवलोकन किया। साथ ही जगन के खेत मे कटे गेंहू जो भीग गए थे। उनका अवलोकन करते हुए दाने निकालकर देखें। ग्रामीण से चर्चा करते हुए मकानों और पशुओं के नुकसान के बारे में जाना। इस दौरान उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि किसानों को नुकसान की भरपाई की जाएगी।
बड़वाह में 4 गांव हुए प्रभावित
बडवाह एसडीएम बीएस कलेश ने बताया कि 4 गांव प्रभावित हुए है। प्रभावित किसानों की जानकारी भेजी गई है। इधर, झिरन्या क्षेत्र में गत दिवस हुई ओलावृष्टि के मामले में एसडीएम मिलिंद ढोके ने बताया कि गत दिवस से ही सर्वे कार्य प्रारम्भ कर दिया गया था। काकोडा में 16 मकानों के 10 प्रतिशत कवेलू क्षतिग्रस्त हुए है। यहां के लालसिंह बालू बारेला की गेंहू की फसल गीली होकर कुछ दाने गिरे हैं। यही के राजू रेहंगया का मकान की ढाल गिरने से क्षति हुई है। खारियामाल में पानी के साथ मामूली ओलावृष्टि हुई है लेकिन यहां किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई है।