पेन ड्राइव वाले बयान पर घिरे कमलनाथ: एसआईटी ने थमाया नोटिस, 2 जून को करेगी पूछताछ

भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) पेन ड्राइव (pen drive) पर दिए बयान घिरते नजर आ रहे हैं और सरकार ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। हनीट्रैप मामले (Honeytrap case) की पेन ड्राइव उनके पास होने के बयान को लेकर मामले की जांच कर जांच एजेंसी SIT ने गंभीरता से लिया है और उनकों नोटिस भी थमा दिया है। नोटिस में कहा गया है कि जांच एजेंसी SIT 2 जून को नाथ के निवास पर जाकर उनसे पूछताछ करेगी।
इधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने बयान से पलटते हुए मुरैना में पत्रकारों से कहा है कि पेनड्राइव हमारे पास कहां है? पेन ड्राइव तो आप लोगों के पास है। हम पेन ड्राइव की राजनीति (Pen drive politics) नहीं करते हैं। वहीं, भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Sadhvi Pragya Singh Thakur) ने कमलनाथ को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि पेन ड्राइव (pen drive) अपने पास रखना अपराध है। यह जांच के दायरे में आता है।
कमलनाथ को जारी नोटिस (Notice) के मुताबिक विवेचना अधिकारी 2 जून को उनके घर जाकर उनके बयान लेने के साथ ही पेन ड्राइव भी लेगी। हालांकि कांग्रेस (Congress) अब बैकफुट पर आती दिख रही है। कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा (Narendra Saluja) का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि ओरिजिनल पेन ड्राइव (Original pen drive) या CD उनके पास है। यह तो बंद कमरे की मीटिंग की हवा-हवाई से उड़ी खबर है। यदि किसी के पास कमलनाथ के कथन का कोई वीडियो या प्रमाण हो तो उसे सार्वजनिक करे।
कमलनाथ के बयान लिए जाएंगे
थाना प्रभारी थाना किशनगंज इंदौर के TI की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया कि नाथ के पिछले दिए बयान को जांच में शामिल किया गया है। इसका आधार कमलनाथ का सोशल मीडिया (social media) और अखबारों में छपे बयान को बनाया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हनीट्रैप (Honeytrap) की पेन ड्राइव सबके पास है, तो उनके पास भी है। इस संबंध में 2 जून को मामले की जांच कर रहे अधिकारी दोपहर 12.30 भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित कमनाथ के घर जाएंगे। वे उनके बयान दर्ज करने के साथ ही पेन ड्राइव भी लेंगे।
बयानों के कारण फंसे
कमलनाथ ने हाल ही में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उमंग सिंघार (Umang singhar) के मामले को लेकर कहा था कि हनीट्रैप की पेन ड्राइव उनके पास भी है। उमंग सिंघार की महिला मित्र सोनिया भारद्वाज (Sonia Bhardwaj) का उनके निवास पर ही सुसाइड का मामला था, जिस पर राज्य सरकार (state government) ने केस दर्ज किया था। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीतिक व पूर्वाग्रह से ग्रसित बताया था। इसके बाद उज्जैन में भी कमलनाथ ने यह बात दोहराई थी।