तालिबानी आतंकियों के धमाके से फिर सहमा काबुल, निशाने पर था राष्ट्रपति भवन

विदेश : काबुल। अफगानिस्तान (Afghanistan) में अमेरिकी सेना (us Army) की वापसी के बाद से हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं। तालिबानी आतंकियों (Taliban militants) ने एक बार फिर आज अफगानिस्तान के राष्ट्रपति पैलेस (President’s Palace) के पास रॉकेट से हमला (rocket attack) किया गया। इस धमाके के बाद से राजधानी काबुल फिर सहम उठी है। यह धमाका उस समय किया गया जब बकरीद के मौके पर मुस्लिम धर्मावलंबी (Muslim religions) नमाज पढ़ रहे थे। मिली जानकारी के मुताबिक इस राकेट हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है। हालांकि, इस दौरान वहां मौजूद लोगों में दहशत जरूर दिखी।
अफगानिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह धमाका स्थानीय समयानुसार यह हमला सुबह 8 बजे के करीब हुआ। जिस जगह हुआ, वहां से राष्ट्रपति भवन बेहद करीब है। इस हमले को लेकर माना जा रहा है कि हमले का निशाना अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी (President Ashraf Ghani) हो सकते थे। प्रारंभिक मीडिया रिपोर्ट (media report) के मुताबिक, राष्ट्रपति भवन और ग्रीन जोन के आसपास के इलाके में तीन रॉकेट दागे गए।
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि अफगान की राजधानी काबुल के राष्ट्रपति भवन के पास कम से कम तीन रॉकेट से हमला बोला गया। ईद की नमाज के वक्त राष्ट्रपति भवन के पास काबुल में बाग-ए-अली मर्दन, चमन-ए-होजोरी (Bagh-e-Ali Mardan, Chaman-e-Hojori) क्षेत्रों में और मनाबे बशारी क्षेत्र में रॉकेट से हमला किया गया। बता दें कि लंबे वक्त से यहां सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच संघर्ष चल रहा है।
अफगानिस्तान में मजबूत हो रहा है तालिबान
दरअसल, इन दिनों अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा बढ़ता जा रहा है। नाटो और अमेरिकी सेना (NATO and US Army) का यहां से वापस जाना जारी है, अभी तक करीब 95 फीसदी फोर्स वापस चली गई है। इसी का फायदा उठाकर तालिबान लगातार अफगानिस्तान में अपनी पैठ मजबूत करने में जुटा है। अफगानिस्तान के अलग-अलग इलाकों में अफगान आर्मी और तालिबान आमने-सामने है। अब तालिबान की कोशिश कंधार पर कब्जा करने की है, जो अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है।