श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। यहां पर जहां भाजपा को झटका लगा है, वहीं फारुख अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं। नतीजों के अनुसार गठबंधन को 48 सीटों पर जीत मिली हैं। इसमें 42 सीटें एनसी की और 6 सीटें कांग्रेस की हैं। वहीं भाजपा को 29 सीटों पर जीत मिली है। नतीजे आने के बाद फारुख अब्दुल्ला ने ऐलान कर दिया है कि उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के नए सीएम होंगे। वह भी पूरे कार्यकाल के लिए।
बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर की दो विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ा था। इन दो सीटों के नाम बडगाम और गांदरबल है। दोनों ही सीटों से उमर ने जीत दर्ज की है। बडगाम में उमर अब्दुल्ला को 36010 वोट मिले। पीडीपी उम्मीदवार आगा सैयद मुंतजिर 17527 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। वहीं, उमर की दूसरी सीट यानी गांदरबल की बात करें तो यहां उमर को 18193 वोट मिले और उन्होंने जीत हासिल की। वहीं, 12745 वोटों के साथ पीडीपी के बशीर अहमद मीर दूसरे नंबर पर रहे।
पावर शेयरिंग कोई मुद्दा नहीं
फारुख अब्दुल्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पावर शेयरिंग कोई मुद्दा नहीं है। हम जम्मू-कश्मीर के लोगों के आभारी हैं।’ फारूक ने आगे कहा कि लोगों ने अपना जनादेश दिया है, उन्होंने साबित कर दिया है कि वे 5 अगस्त को लिए गए फैसले को स्वीकार नहीं करते हैं। बता दें कि 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटा दिया था। इसके साथ ही लद्दाख को केंद्र शासित राज्य से अलग कर दिया गया था।
चुनाव में पीडीपी की हुई फजीहत
यहां पर यह भी बता दें कि जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ा झटका महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का लगा है। पीडीपी को महज 3 सीटों पर संतोष करना पड़ा हैं। गौरतलब है कि यह चुनाव कश्मीर की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए एक अहम क्षण है। यह कई वर्षों की उथल-पुथल और विशेष दर्जे को खत्म किए जाने के बाद क्षेत्र की भविष्य की शासन व्यवस्था में संभावित स्थायी बदलाव को दशार्ता है।