पंद्रह करोड़ के गबन मामले में हटाई गईं जेल अधीक्षक हिरासत में, पूछताछ जारी
कल ही भैरवगढ़ से हटाकर भोपाल अटैच किया गया था

उज्जैन। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ (उज्जैन) के सौ कर्मचारियों के भविष्य निधि (पीएफ) खातों से 13 करोड़ रुपये की राशि के गबन के मामले को लेकर शुक्रवार को भैरवगढ़ जेल से हटाकर भोपाल मुख्यालय अटैच की गईं जेल अधीक्षक उषा राज को शनिवार को भैरवगढ़ पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया। उनसे पूछताछ जारी है।
इस मामले में जेल मुख्यालय द्वारा डीआईजी मंशाराम पटेल के नेतृत्च में उच्च स्तरीय जाँच कमेटी बनाई गई थी। उनकी रिपोर्ट में कुल 15 करोड़ का गबन पाया गया। जांच में जेल अधीक्षक उषा राज को भी गंभीर अनियमतिता का दोषी पाया गया उसके बाद उनके खिलाफ शुक्रवार को हटाने की कार्रवाई हुई और आज हिरासत में ले लिया गया। हालाँकि वे खुद को बेकसूर बता रही हैं।
गौरतलब है कि केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के करीब 100 कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों से जेल के सहायक लेखा अधिकारी रिपुदमनसिंह व शैलेंद्रसिंह सिकरवार ने 13 करोड़ रुपये से अधिक की राशि निकाल ली थी। आरोपितों ने जेल के लैंडलाइन नंबर खातों में जोड़ दिए थे। इससे गड़बड़ी का पता नहीं चले। करीब तीन साल से गबन किया जा रहा था। जब एक ही खाता नंबर पर राशि जमा करने की दस्तावेज ट्रेजरी में पहुँचे तो मामला पकड़ में आया। गहराई से जाँच करने पर गबन का आँकड़ा 13 करोड़ तक पहुँच गया था। उसके बाद कोषालय अधिकारियों ने रिपुदमनसिंह के खिलाफ केस दर्ज करवाया था। जांच के बाद पुलिस ने शैलेंद्रसिंह सिकरवार को भी आरोपी बनाया है। जानकारी के मुताबिक मामले में दोषी अन्य लोगों की भी पड़ताल की जा रही है जिन पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
गृह मंत्री ने कहा था-रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई होगी
गुरुवार को गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा उज्जैन आए थे। उन्होंने कहा था कि जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को जब भोपाल से आए जेल डीआइजी मंशाराम पटेल व अन्य सदस्यों ने जांच पूरी कर जेल डीजी अरविंद कुमार को सौंपी उसके आधार पर जेल अधीक्षक उषा राज को उज्जैन से हटाकर भोपाल मुख्यालय अटैच कर दिया गया है।