हेल्थ

क्यों मनाया जाता है विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस,जानें क्या है इस बार की थीम

यह बात हर किसी को हर दिन याद रखनी चाहिए कि तनाव किसी भी समस्या का हल नहीं होता बल्कि कई अन्य समस्याओं का जन्मदाता होता है। भागदौड़ भरी जिंदगी में अनियमित जीवनशैली के कारण थकान होना आम बात है।कभी-कभी थकान की वजह से हम किसी शारीरिक बीमारी का भी शिकार बन जाते हैं।तो हम दवाओं या अन्य उपायों के जरिए ठीक हो जाते हैं। वहीं, मानसिक थकान हमें मानसिक तौर पर बीमार कर सकती है। मानसिक तौर पर अस्वस्थ होने की ओर हमारा ध्यान नहीं जाता।चिंता हमें तनाव देती है और अगर ये तनाव लंबे समय तक बना रहे, तो ये डिप्रेशन यानी अवसाद में तब्दील हो सकता है. ऐसे में मेंटल हेल्थ (Mental Health) यानी मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता (Awareness) बहुत ज्यादा जरूरी हो जाती है।  वैसे भी मेंटल हेल्थ शरीर के नजरअंदाज किये जाने वाले हिस्सों में से एक है। मानसिक समस्याओं के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए हर वर्ष 10 अक्टूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे (World Mental Health Day) मनाया जाता है. तो आइये आपको बताते हैं कि इस दिन को मनाये जाने का महत्त्व।

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत साल 1992 में हुई थी। संयुक्त राष्ट्र (United Nation) के उप महासचिव रिचर्ड हंटर और वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ (World Health Fedreation For Mental Health) की पहल पर यह दिवस मनाया गया था। वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ 150 से अधिक सदस्य देशों वाला एक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य संगठन है।

वर्ष 2021 के लिए इस दिन की थीम
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाये जाने के लिए हर वर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है। डब्ल्यूएफएमएच के प्रेसिडेंट डॉ इंग्रिड डेनियल ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2021 के लिए थीम की घोषणा की है। इस वर्ष की थीम निर्धारित की गयी है। ‘एक असमान दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य’ (Mental Health in an Unequal World)। इस दिन आयोजित होने वाली सभी कार्यक्रम इसी थीम पर आधारित होंगे।

इस दिन को मनाये जाने का महत्त्व
मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन की वजह से दुनिया में बहुत सारे लोग सोशल स्टिग्मा, डिमेंशिया, हिस्टिरिया, एग्जाइटी, आत्महीनता जैसी कई तरह की दिक्कतों और मानसिक बीमारियों से जूझ रहे हैं। इन दिक्कतों की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने और लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मनाया जाता है। जिससे लोग मानसिक दिक्कतों और बीमारियों के प्रति जागरूक हों और समय रहते अपना इलाज करवा सकें।

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का इतिहास
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पहली बार साल 1992 में संयुक्त राष्ट्र (UN)के उप महासचिव रिचर्ड हंटर और वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ (World Health Fedreation For Mental Health) की पहल पर मनाया गया था। ये 150 से अधिक सदस्य देशों वाला एक वैश्विक मानसिक स्वास्थ्य संगठन है। इसके बाद साल 1994 में तत्कालीन संयुक्त राष्ट्र के महासचिव यूजीन ब्रॉडी के सुझाव के बाद विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस को एक थीम के साथ मनाने की शुरुआत की गई। सन् 1994 में पहली बार दुनिया भर में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार। नामक थीम के साथ विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया था। तब से हर साल 10 अक्टूबर को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए वैश्विक स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। ऑस्ट्रेलिया समेत कुछ देशों में मानसिक रोगों से बचने और उनके नुकसान के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह (Mental Health Week) भी मनाया जाता है।

 

 

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