इंदौर के लॉ कॉलेज का मामला: दोषियों पर बढ़ी कार्रवाई, अब PFI कनेक्शन की भी शुरू हुई जांच
दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है। उनको सस्पेंड कर दिया गया है। अब उनके प्रोफाइल की जांच की जा रही है। इसमें उनके देशद्रोही तत्व, पीएफआई और समाज विरोधी तत्वों से कनेक्शन की जांच की जा रही है।

भोपाल। इंदौर शासकीय नवीन लॉ कॉलेज मामले में विवादित किताब का मामले में सरकार की कार्रवाई बढ़ती जा रही है। गुरुवार को महाविद्यालय के पुस्तकालय में कथित तौर पर रखवाई गई एक किताब से जुड़े विवाद में संबंधित किताब की लेखिका डॉ. फरहत खान को महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं कॉलेज के प्राचार्य, सहायक प्राध्यापक को संस्पेड और तीन गेस्ट टीचर को बर्खास्त करने के बाद अब मामले में दोषियों के पीएफआई कनेक्शन की भी जांच शुरू कर दी गई है। इस बात की जानकारी गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दी है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दोषियों पर कार्रवाई की जा रही है। उनको सस्पेंड कर दिया गया है। अब उनके प्रोफाइल की जांच की जा रही है। इसमें उनके देशद्रोही तत्व, पीएफआई और समाज विरोधी तत्वों से कनेक्शन की जांच की जा रही है। इसमें कोई कनेक्शन मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि डॉ. फरहत की गिरफ्तारी भी जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि उनकी दोनों किडनी फेल है। वहां उनका डायलिसिस चल रहा था। पुलिस ने उनको मौके पर गिरफ्तार कर जमानत दे दी और उनको पूछताछ के लिए कोर्ट में पेश होने के लिए कहा है। दरअसल किताब की लेखिका फरहत एफआईआर के बाद से ही गायब हो गई थी।
एबीवीपी छात्रों की शिकायत पर हुई थी कार्रवाई
वहीं इससे पहले गुरुवार को उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने प्राचार्य डॉ. इनामुर्रहमान और डॉ. मिर्जा मौजीज बेग को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वहीं, तीन अन्य गेस्ट टीचर को फालेन आउट कर दिया है। शासकीय नवीन लॉ कॉलेज की लाइब्रेरी में हिंदुओं के खिलाफ भड़काने वाली विवादित किताब मिलने के बाद से मामला गरमाया हुआ है। एबीवीपी के छात्रों की शिकायत पर मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।