शतरंज की दुनिया में जिसे भगवान की तरह माना जाता है, वही खिलाड़ी हार गया. हम बात कर रहे हैं नॉर्वे के मशहूर ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन की. और जिसने उन्हें हराया, वो है भारत का 19 साल का लड़का डी गुकेश. ये जीत इसलिए और भी बड़ी बन जाती है क्योंकि कार्लसन को क्लासिकल फॉर्मेट में हराना लगभग नामुमकिन माना जाता है. लेकिन इस नामुमकिन को गुकेश ने मुमकिन बना दिया.
नॉर्वे में चल रहे नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट के छठे राउंड में गुकेश और कार्लसन आमने-सामने थे. शुरुआत से ही खेल पर कार्लसन की पकड़ थी. उन्होंने बेहतर चालें चलीं और लग रहा था कि वो आसानी से ये मुकाबला जीत जाएंगे. आखिरी वक्त में जब दोनों के पास समय कम बचा था, तभी कार्लसन से एक बहुत बड़ी गलती हो गई. उन्होंने एक ऐसी चाल चल दी जिससे खेल का पूरा रुख बदल गया. गुकेश ने इस मौके को हाथ से नहीं जाने दिया और तुरंत उसका फायदा उठाकर जीत दर्ज कर ली.
जैसे ही कार्लसन को अपनी गलती का अहसास हुआ, उन्होंने गुस्से में अपनी मुट्ठी चेस की टेबल पर जोर से पटक दी. उन्होंने जल्दी-जल्दी हाथ मिलाया और बिना कुछ बोले कमरे से बाहर चले गए. दूसरी तरफ गुकेश खुद भी समझ नहीं पा रहे थे कि ये हुआ क्या. उन्होंने अपने सिर को दोनों हाथों से पकड़ लिया और कुछ पल तक वो कुछ बोल ही नहीं पाए.