भारत को फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान मिलने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में बुधवार को भारत को तीन और राफेल लड़ाकू विमान मिलने वाले हैं, जो अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का हिस्सा होंगे। फ्रांस से उड़ान भरने के बाद तीनों लड़ाकू विमानों को यूएई के रास्ते आएंगे, जहां उन्हें हवा में ईंधन भरने की सुविधा मिलेगी।
नई दिल्ली। भारत को फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान मिलने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में बुधवार को भारत को तीन और राफेल लड़ाकू विमान मिलने वाले हैं, जो अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन का हिस्सा होंगे। फ्रांस से उड़ान भरने के बाद तीनों लड़ाकू विमानों को यूएई के रास्ते आएंगे, जहां उन्हें हवा में ईंधन भरने की सुविधा मिलेगी। जानकारी के मुताबिक, शाम करीब सात बजे तीनों ही राफेल विमान गुजरात पहुंचेंगे। इन तीन राफेल के मिलने के साथ ही अब गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में राफेल की कुल संख्या 14 हो गई है।
फ्रांस के एंबेसडर इमैनुएल लिनेन के मुताबिक, अप्रैल में भारत को पांच अतिरिक्त विमान मिल जाएंगे। अप्रैल में कुल नौ राफेल भारत पहुंचेंगे, इनमें से पांच विमानों को पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस पर तैनात किया जाएगा। जो राफेल लड़ाकू विमान बुधवार को भारत पहुंच रहे हैं, वो डबल इंजन से युक्त हैं। जिनमें स्मार्ट वेपन सिस्टम लगाया गया है, जो दुश्मन को मिट्टी में मिला सकते हैं।
पिछले साल चीन सीमा पर दिखाई थी ताकत
गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई-अगस्त में भारत को फ्रांस से राफेल लड़ाकू विमान मिलने शुरू हो गए थे। पहले इन्हें फ्रांस में ही रिसीव किया गया, फिर ट्रेनिंग के बाद ये भारत आए। भारत आते ही राफेल लड़ाकू विमान अपने मिशन पर लग गए थे। पिछले साल जब लद्दाख सीमा पर चीन के साथ तनाव चल रहा था, तब राफेल लड़ाकू विमान ने लेह-लद्दाख के आसमान में अपना जलवा दिखाया था। जानकारी के लिए बता दें कि भारत को फ्रांस से कुल 36 राफेल लड़ाकू विमान मिलने हैं, जिनका समझौता साल 2016 में हुआ था। 2020 से इन विमानों की डिलीवरी शुरू हुई और साल 2022 के अंत तक सभी 36 विमान भारत को मिल जाएंगे।