धर्म

करवा चौथ पर सरगी में शामिल करें ये पौष्टिक आहार, पूरे दिन रहेगी एनर्जी

कार्तिक महीने की शुरूआत होने के चौथे दिन करवाचौथ मनाया जाता है।हिन्दू धर्म में करवा चौथ व्रत का काफी महत्त्व है। करवा चौथ पर महिलाएं सूर्योदय से पहले सरगी खाकर निर्जला व्रत का प्रारंभ करती हैं तो आप अपने सरगी की थाली में उन चीजों को शामिल कर सकती हैं। जो दिन भर आपको भूख का अहसास नहीं होने देंगी, साथ ही एनर्जी से भी भरपूर रखेंगी। इसी चीज को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको बताएंगे कि कुछ ऐसे पौष्टिक आहार के बारे में, जिन को अपनी थाली में शामिल कर आप पूरे दिन एनर्जेटिक रह सकती हैं।

ड्राई फ्रूट्स
सरगी खाते समय अपनी थाली में काजू, किशमिश, बादाम, अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स को शामिल जरूर करें। ये आपको दिन भर एनर्जी से भरपूर रखने में मदद करेंगे। साथ ही इनमें मौजूद फाइबर आपको दिन भर भूख का अहसास भी नहीं होने देगा।

फल का जरूर करें सेवन
अपनी करवा चौथ सरगी की थाली में आप फलों को जरूर शामिल करें। फलों में बहुत ज्यादा मात्रा में फाइबर पाया जाता है जो काफी समय तक भूख नहीं लगने देता है। इसके साथ ही यह विटामिन्स और मिनरल्स का बहुत अच्छा सोर्स है। आप चाहें तो केला, पपीता, अनार, अमरूद आदि जैसे फलों को अपने सरगी के प्लेट में शामिल कर सकते हैं।

नारियल पानी
नारियल पानी भी आपको सरगी के दौरान जरूर पीना चाहिए। इससे आपको एक साथ कई फायदे मिलेंगे. ये आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखेगा जिससे आपको दिन भर प्यास का अहसास नहीं होगा। साथ ही इसमें मौजूद पोषक तत्व आपको दिन भर एनर्जी से भरपूर रखने में भी मदद करेंगे और आपका पेट भी भरा-भरा सा रहेगा।

दूध की मिठाई
सरगी खाते समय आप दूध से बनी मिठाई का आनंद भी ले सकती हैं। इसके लिए आप खीर, रबड़ी, कलाकंद या सिवई का सेवन कर सकती हैं। इनको खाने से आपका एनर्जी लेवल मेंटेन रहेगा। साथ ही पेट भरा होने का अहसास भी आपको होता रहेगा। अगर किसी कारणवश आप दूध की मिठाई नहीं खा सकती हैं तो आप दूध भी पी सकती हैं।

मेवा के लड्डू
आप सरगी की थाली में लड्डू भी शामिल कर सकते हैं। इसमें बादाम, काजू, किशमिश, पिस्ता और खजूर जैसे सूखे मेवा को दरदरा पीसें। फिर घी, शक्कर और नारियल पाउडर डालें। फिर इसे लड्डू की शेप दें।

फिरनी
ये भी एक पारंपरिक डिश है। जिसे दूध में चावल का आटा डालकर तैयार किया जाता है और धीमी आंच पर पकाएं। फिर इसमें शक्कर और सूखे मेवा मिलाएं और मिट्टी के बर्तन में परोसें।

जानें सरगी खाने का सही समय (Sargi time on Karwa Chauth)
सरगी भोर यानी सूर्य निकलने से पूर्व खाई जाती है। सरगी खाने का सबसे सही समय सुबह तीन या चार बजे होता है। इसके बाद व्रत करने वाली महिलाओं को पानी भी नहीं पीना होता है।

जानें सरगी की प्रथा (Sargi meaning and Sargi Tradition)
भोर में स्नान करने के बाद सास अपनी बहू के लिए सरगी बनाती है और बहू स्नान के बाद इस सरगी को खाती है। यदि सास साथ न रहती हों तो सरगी पहले ही बहू के लिए भिजवा दिया जाता है। बहू इस सरगी को खुद बनाकर खाती है। यदि सास न हो तो सास समान जेठानी या भाभी भी इस सरगी को दे सकती हैं।

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