मार्गशीर्ष के पवित्र महीने में कर लें शंख से जुड़े ये उपाय, हर इच्छा होगी पूरी
मार्गशीर्ष’ महीना शुरू हो गया है। हिंदी कैलेंडर के मुताबिक 9वां महीना है। मार्गशीर्ष को आम भाषा में ‘अगहन’ भी कहते हैं। माना जाता है कि मार्गशीर्ष माह से ही सतयुग की स्थापना हुई थी। मान्यता है कि इस माह पूजा और दान का विशेष महत्व है। मार्गशीर्ष महीना भगवान श्रीकृष्ण की पूजा के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना गया है । पुराणों के अनुसार अगहन महीने में शंख की पूजा करनी चाहिए। शंख का जल सभी को पवित्र करने वाला कहा गया है। इस कारण आरती के बाद भक्तों पर शंख से जल छिड़का जाता है। शंख को लक्ष्मी का प्रतीक भी माना गया है। इसकी पूजा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। जो जातक नियमित रूप से शंख की पूजा करता है। उसके घर में धन की कमी नहीं रहती। विष्णु पुराण में शंख को मां लक्ष्मी का भाई बताया गया है।
मार्गशीर्ष मास का महत्व
मार्गशीर्ष मास में श्रद्धा और भक्ति से प्राप्त पुण्य के बल पर हमें सभी सुखों की प्राप्ति होती है। इस माह में नदी स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। श्रीकृष्ण ने मार्गशीर्ष मास की महत्ता गोपियों को भी बताई थी। उन्होंने कहा था कि मार्गशीर्ष माह में यमुना स्नान से मैं सहज ही सभी को प्राप्त हो जाऊंगा। तभी से इस माह में नदी स्नान का खास महत्व माना गया है। कार्तिक पूर्णिमा के साथ ही 19 नवंबर 2021 को कार्तिक माह खत्म हो गया और 20 नवंबर 2021 से भगवान श्री कृष्ण का प्रिय महीना मार्गशीर्ष या अगहन शुरू हो रहा है। मार्गशीर्ष का महीना हिंदू धार्मिक पंचांग का नौवां महीना है। धर्म शास्त्रों के मुताबिक मार्गशीर्ष का महीना अत्यंत पवित्र होता है। इस महीने से ही सतयुग का आरंभ भी माना जाता है। श्रीमद्भगवत गीता में भगवान श्री कृष्ण ने कहा है- सभी बारह महीनों में मार्गशीर्ष मैं स्वयं हूं। इससे साफ पता चलता है कि यह कृष्ण का प्रिय महीना है।
मार्गशीर्ष को इसलिए कहते हैं अगहन
मार्गशीर्ष को अगहन मास कहने के पीछे भी कई तर्क हैं। भगवान श्रीकृष्ण की पूजा अनेक स्वरूपों में और अनेक नामों से की जाती है। इन्हीं स्वरूपों में से एक मार्गशीर्ष भी श्रीकृष्ण का ही एक रूप है। शास्त्रों में कहा गया है कि इस माह का संबंध मृगशिरा नक्षत्र से है। ज्योतिष के अनुसार नक्षत्र 27 होते हैं, जिसमें से एक है मृगशिरा नक्षत्र। इस माह की पूर्णिमा मृगशिरा नक्षत्र से युक्त होती है। इसी वजह से इस मास को मार्गशीर्ष मास के नाम से जाना जाता है।
शंख की करें पूजा-
इस महीने में सामान्य शंख को भगवान श्रीकृष्ण का पांचजन्य शंख मानकर उसकी पूजा करनी चाहिए। इससे श्रीकृष्ण की असीम कृपा बरसती है। जीवन की समस्त समस्याएं दूर होकर मनचाहा फल मिलता है।
शंख से करें भगवान विष्णु का अभिषेक-
इस महीने में रोजाना सुबह उठकर शंख में दूध भरें। फिर इससे भगवान विष्णु का अभिषेक करें। धार्मिक मान्यताओं अनुसार, इससे भगवान विष्णु जी की असीम कृपा बरसती है। ऐसे में धन लाभ योग बनते हैं।
दान करें शंख-
इस माह में भगवान विष्णु के मंदिर में जाकर शंख का दान करें। धार्मिक मान्यताओं अनुसार, ऐसा करने से पैसों की कमी दूर होने में मदद मिलती है।
मां लक्ष्मी का करें दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक-
इस महीने में दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल और केसल मिलाकर मां लक्ष्मी का अभिषेक करें। इससे घर में देवी लक्ष्मी की असीम कृपा बरसेगी। ऐसे में पैसों की समस्या दूर हो जाएगी।