धर्म

अगस्त महीने के महत्वपूर्ण पर्व,रक्षा बंधन से लेकर जन्माष्टमी तक,जानें तिथि व महत्व

अगस्त (August) का महीना एक ऐसा माह है जिसमें साल के त्यौहार शुरू होते हैं। हिंदू धर्म के अनुसार ये महीना पावन और शुभ होता है। यह महीना धार्मिक पहलु के हिसाब से बहुत महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि इस माह में शिव शंभू को प्रसन्न करने के लिए कई विशेष व्रत रखे जाते है। ऐसा इसीलिए क्योंकि अक्सर अगस्त के महीने में हिंदू पंचांग का पांचवा महीना सावन पड़ता है। और सावन के महीने को ध्यान और साधना का महीना कहा गया है। इस साल अगस्त महीने में कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं. जहां एक तरफ, अगस्त माह की शुरूआत में कामिका एकादशी पड़ रही है तो वहीं दूसरी तरफ अंत में कृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव आएगा। साथ ही, माह के बीच में रक्षा बंधन, नाग पंचमी, हरियाली तीज, ओणम,के साथ साथ अन्य महत्वपूर्ण व्रत त्योहार आएंगे। इसी महीने सावन के तीन सोमवार पड़ेंगे। इसी महीने सावन माह का अंत श्रावणी पूर्णिमा के साथ होगा और भाद्रपद माह की शुरूआत होगी। बता दें कि, भादौ माह 23 अगस्त को शुरू होगा। चलिए जानते हैं अगस्त माह में पड़ने वाले इन खास त्योहारों के बारे में विस्तार से..

2 अगस्त 2021- सोमवार सावन का दूसरा सोमवार
3 अगस्त 2021- मंगलवार मंगला गौरी व्रत

4 अगस्त कामिका एकादशी (4th August Kamika Ekadashi)
कामिका एकादशी व्रत इस साल 4 अगस्त यानी बुधवार को है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है. एकादशी तिथि भगवान विष्णु जी को समर्पित है।

5 अगस्त प्रदोष व्रत (5 august pradosh fast)
आने वाले अगस्त माह में सावन का पहला प्रदोष व्रत दस्तक देने जा रहा है। यह व्रत 5 अगस्त 2021 दिन गुरूवार को पड़ रहा है। बतादें कि हर माह 2 प्रदोष व्रत पड़ते हैं। कृष्ण पक्ष की प्रदोष व्रत में भगवान शिव की आराधना की जाती है, उनका व्रत रखकर भक्त सौभाग्य, संतान व सुख-समृध्दि की कामना करते हैं।

6 अगस्त मासिक शिवरात्रि (6 august monthly shivratri)
सावन माह की मासिक शिवरात्रि 6 अगस्त को पड़ेगी। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि का तो महत्व माना ही जाता है लेकिन हर माह पड़ने वाली शिवरात्रि भी बहुत महत्व रखती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है।

8 अगस्त हरियाली अमावस्या (8th August Hariyali Amavasya)
हरियाली अमावस्या 8 अगस्त 2021, रविवार के दिन है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, अमावस्या तिथि पर पितरों की आत्मा की शांति के लिए कर्मकांड किया जाता है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान किया जाता है।

11 अगस्त हरियाली तीज (11 August Hariyali Teej)
सावन का महीना हरियाली से सराबोर रहता है और जब धरती पर चारो ओर हरियाली होती है तब हरियाली तीज व्रत रखा जाता है। यह सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। जो इस बार यह व्रत 11 अगस्त 2021 दिन बुधवार को दस्तक देने जा रहा है। इसमें सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और सोलह श्रृंगार करके अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना करती हैं।

12 अगस्त विनायक चतुर्थी(12 August Vinayaka Chaturthi)
विनायक चतुर्थी 12 अगस्त को है। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि, इस दिन व्रत रखने से जातकों को सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

13 अगस्त नाग पंचमी (13 august nag panchami)
सावन माह में नागपंचमी का पर्व बेहद ही खास माना जाता है यह पर्व पूर्ण रूप से भगवान शिव जी से संबधित होता है। सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि यानी 13 अगस्त 2021 दिन शुक्रवार को नाग पंचमी दस्तक देने जा रही है। इस खास तिथि पर भक्त उपवास रखकर शाम के समय नागों की पूजा करते हैं। इस दिन चांदी, सोना, लकड़ी मिट्टी की कलम व हल्दी चंदन की स्याही से पांच फन वाले नाग बनाए जाते हैं उन्हें दूध, दही, पंचामृत, खीर, कमल आदि से उनकी पूजा की जाती है।

13 अगस्त स्कन्द षष्ठी (13 August Skanda Sashti)
सावन माह में स्कंद षष्ठी व्रत 13 अगस्त 2021 को रखा जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, स्कंद षष्ठी व्रत हर महीने शुक्ल पक्ष की षष्ठी के दिन रखा जाता है। दक्षिण भारत के राज्यों में लोकप्रिय यह व्रत भगवान कार्तिकेय के लिए रखा जाता है। भगवान कार्तिकेय भगवान शिव और माता पार्वती के बड़े पुत्र हैं।

15 अगस्त तुलसीदास जयंती (15 August Tulsidas Jayanti)
तुलसीदास जयंती 15 अगस्त 2021, रविवार को है। हर साल श्रावण माह शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को तुलसी दास जयंती मनाई जाती है। तुलसीदास जी का जन्म संवत 1589 में उत्तर प्रदेश के वर्तमान बांदा जनपद के राजापुर नामक गांव में हुआ था।

15 अगस्त मासिक दुर्गाष्टमी (15 August Monthly Durgashtami)
सावन में मासिक दुर्गाष्टमी 15 अगस्त 2021 को है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस दिन विधि-विधान से मां की पूजा- अर्चना की जाती है. मां की कृपा से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।

17 अगस्त सिंह संक्रान्ति (17 August Leo Sankranti)
सिंह संक्रांति 17 अगस्त 2021 मंगलवार को है. इस दिन सूर्य ग्रह कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करेंगे. सिंह सूर्य देव की राशि है. इस राशि में सूर्य ग्रह उच्च के होते हैं. सिंह संक्रांति के दिन सूर्य की उपासना करने का विधान है.

18 अगस्त श्रावण पुत्रदा एकादशी (18 August Shravan Putrada Ekadashi)
श्रावण शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी भी कहा जाता है। यह एकादशी आने वाले माह 18 अगस्त 2021 दिन बुधवार को दस्तक देने जा रही है। इस व्रत को मुख्य रूप से पुत्र प्राप्ति के लिए महिलाओं द्वारा रखा जाता है इस वजह से इस व्रत का नाम पुत्रदा एकादशी व्रत पड़ा है।

21 अगस्त ओणम पर्व (21st august onam festival)
दक्षिण भारत का सबसे प्राचीन व पारंपारिक पर्व ओणम सावन मास को आने वाले अगले माह 21 अगस्त 2021 दिन शनिवार को दस्तक देने जा रहा है। इस पर्व को मुख्य रूप से केरल में 10 दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान कई पारंपरिक कार्यक्रम होते हैं। खासकर सभी पुरूष खुद को चीते रंग में रंगते हैं एवं सड़कों पर नृत्य करते हुए नजर आते हैं। जो प्ले ऑफ द टाइगर के नाम से भी प्रचलित है।

22 अगस्त रक्षाबंधन (22 august rakshabandhan)
रक्षाबंधन का पर्व हिन्दू धर्म में बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है। यह हर साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है। इस वर्ष यह पवित्र त्योहार आने वाले अगले माह 22 अगस्त 2021 दिन रविवार को पड़ रहा है। हालाकि पूर्णिमा तिथि 21 अगस्त की शाम से ही शुरू हो जाएगी। आपको जानकारी के लिए बतादें कि पूर्व में ब्राम्हण यजमानों को रक्षा सूत्र बांधकर ईश्वर से उनकी दीर्घायु और सुख संपन्नता की कामना करते थे। लेकिन आज के समय यह पर्व भाई-बहनों के बीच रक्षासूत्र से लेकर जुड़ा हुआ है। इस दौरान बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उसकी लंबी उम्र की कामना करती है तो भाई उसकी जीवन भर रक्षा करने का वादा करता है।

30 अगस्त जन्माष्टमी (30 August Janmashtami)
आने वाले माह अगस्त में जन्माष्टमी भी दस्तक देने जा रही है। यह भाद्रपद माह के अष्टमी तिथि को प़ड़ रही है। 30 अगस्त 2021 दिन सोमवार को कृष्ण कन्हैया के सबसे बड़े पर्व जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन मध्यरात्रि में सभी श्रध्दालु कन्हैया के बाल स्वरूप की कथा सुनते हैं मटकी से लेकर बांसुरी, कृष्ण जी का झूले को सजाते हैं एवं उनके चमत्कार कथाओं को सुनकर उनके आगमन का इंतजार करते हैं।

 

 

 

 

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