इंदौर में दिखा लाॅकडाउन का असरः सड़कों पर पसरा सन्नाटा, दुकानों के सटर बंद

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बेवजह घूमने वालों की पुलिसिया अंदाज में की जाएगी खातिरदारी
इंदौर। मध्यप्रदेश में दमोह को छोड़कर पूरे प्रदेश में 60 घंटे का लाॅकडाउन शुरू हो गया है। शुक्रवार शाम से शुरू सख्ती शनिवार को भी नजर आ रही है। पूरा शहर शांत है, दुकानों के शटर गिरे हुए हैं। कहीं कोई शोर नहीं सुनाई नहीं दे रहा है। हां सुबह जरूर कुछ लोग मॉर्निंग वॉक पर निकले, लेकिन हाथों में सैनिटाइजर और मास्क लगा हुआ था। सुबह लोगों ने जल्दी अपने काम निपटा लिए और फिर अपने घरों पर बैठ गए। पुलिस भी चैराहों के साथ ही शहरभर में घूम-घूमकर लोगों को बेवजह घूमने से मना कर रही है। हां वैक्सीनेशन करवाने जाने वाले और जरूरी काम वालों के लिए कोई रोक टोक नहीं है। उधर पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि लॉकडाउन में बेवजह तफरी करने वालों की पुलिसिया अंदाज में खातिरदारी की जाएगी।
डीआईजी कपूरिया ने कहा कि यह गंभीर बीमारी का समय है। तेजी से संक्रमण फैल रहा है। ऐसे में जनता को भी अपनी जिम्मेदारी समझकर घरों में ही रहना चाहिए। जरूरी, इमरजेंसी सेवाओं के लिए निकलने वालों पर पुलिस कारण जानने के बाद सख्ती नहीं करेगी, लेकिन बेवजह तफरी करने वाले लोगों को पुलिसिया अंदाज में खातीरदारी की जाएगी। एसपी पश्चिम महेशचंद जैन ने इलाके के सभी थाना प्रभारियों को क्षेत्र में मूवमेंट के लिए अलर्ट कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि कई लोग लॉकडाउन के बाद भी बेवजह बाहर घूमते हैं। यदि ऐसे लोग सामने आए तो उनकी सड़क पर ही खातीरदारी करें।
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आदेश इंदौर शहरी सीमा के साथ ही राउ, महू, मानपुर, सांवेर, हातोद, देपालपुर, गौतमपुरा व बेटमा नगरीय क्षेत्रों में भी लागू है। कलेक्टर ने साफ कर दिया है कि लॉकडाउन संबंधी आदेश में शासन ने शादियों को अलग से छूट नहीं दी है, इसलिए प्रशासन द्वारा इसमें कोई मंजूरी जारी नहीं की गई है। वहीं, लॉकडाउन के दौरान अनिवार्य सेवा, राशन दुकान, दवा दुकान,, पेट्रोल पंप, एटीएम, बैंक, दूध व फल व सब्जी की दुकानें चालू हैं। औद्योगिक गतिविधियों को पूरी छूट है, यहां से माल का और श्रमिक आदि का आना-जाना रहेगा। परीक्षा हो सकेंगी, टीकाकरण के लिए जाना मंजूर होगा, यात्री भी आ जा सकेंगे।