चीनी छोड़ना चाहतें हैं और बीमारियों से बचना है तो आहार में शामिल करें देसी खांड

भारतीय खानपान में मिठाई का बहुत महत्व है । खुशी का कोई भी मौका हो उसमें मुंह मीठा कराने की परंपरा है वैसे भी हमारी संस्कृति में मीठा कुछ अधिक ही पसन्द किया जाता है। शक्कर की मिठाइयां भले ही आपको स्वाद में लाजवाब लगती हों लेकिन सेहत के लिए ये उतनी ही हानिकारक भी हैं। चीनी सेहत के लिए खतरनाक है, इस बात को डॉक्टर्स से लेकर वैज्ञानिक साबित कर चुके हैं। इसलिए अगर आप खुद को सेहतमंद रखना चाहते हैं तो चीनी की बजाए देसी खांड का उपयोग करें जो कई तरह के पोषक तत्वों से भरपूर है। बहुत कम लोगों को ये जानकारी है कि देसी खांड चीनी से कहीं ज्यादा लाभकारी है। देसी खांड (Desi Khan) के सेवन से हमारी सेहत को कई फायदे हैं जबकि चीनी कई मामलों में खतरनाक है। ऐसे में देसी खांड का इस्तेमाल किया जा सकता है।
आपके स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचाती है चीनी
चीनी खाना एक लत की तरह है, आपको चीनी खाने की क्रेविंग होती है और खाने के बाद आपको अच्छा महसूस होता है। लेकिन इस भावना से बेवकूफ न बनें। aअसल में चीनी बहुत गंभीर बीमारियों की जड़ है। डायबिटीज यानी ब्लड शुगर अनियंत्रित होना ही चीनी से होने वाली एकमात्र समस्या नहीं है।
चीनी से कहीं लाभकारी है खांड
कभी-कभी मीठा खाने की क्रेविंग होती है तो हम अधिकतर चीनी से बनी चीजों का सेवन करते हैं जिसके बाद कुछ देर तक अच्छा फील होता है। लेकिन असल में थोड़ी देर की क्रेविंग शांत करने के लिए हम अपनी सेहत की फिक्र नहीं करते। चीनी की वजह से ही डायबिटीज यानी ब्लड शुगर का लेवल गड़बड़ा जाता है और इसके बाद आप कई दूसरी बीमारियों को भी न्यौता दे देते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप चीनी की बजाए देसी खांड का प्रयोग करें। यहां हम आपको देसी खांड के फायदे बता रहे हैं।
खांड से तैयार हो सकते हैं ये पकवान
ग्रहणियां खांड का सेवन भी अपने घर में चीनी की तरह कर सकते हैं। इससे आप लस्सी, खीर, हलवे, चाय, दूध, और भी तमाम तरह की मिठाइयां बना सकते हैं। देश के दूर दराज इलाकों में आज भी देसी खांड से मेथी और सोंठ के स्वादिष्ट लड्डू बनाए जाते हैं। सर्दियों में गर्माहट लाने के लिए अक्सर दादी-नानी देसी खांड से ही मिठाइयां बनाती हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर है देसी खांड
देसी खांड को अपने आहार में शामिल करके आप अपनी सेहत को बेहतर बनाए रखने की दिशा में एक कदम बढ़ा सकते हैं। देसी खांड गन्ने के रस से बनाई जाती है। वैसे तो शक्कर भी इसी से बनती है, मगर इसे अत्यधिक रिफाइन किया जाता है। ऐसे में इसके पोषक तत्व समाप्त हो जाते हैं। वहीं खांड में पोषक तत्व बने रहते हैं. वहीं इसमें किसी तरह के केमिकल भी इस्तेमाल नहीं होते। इस तरह देसी खांड सेहत के लिए फायदेमंद होती है और मिठास बनाए रखने का अहम जरिया भी है। हालांकि खांड में चीनी के मुकाबले मिठास कम होती है, मगर खांड मिनरल्स कैल्शियम, आयरन, फाइबर, मैग्नीशियम और विटामिंस आदि पोषक तत्वों से भरपूर होती है. ऐसे में इससे सेहत को कई फायदे होते हैं-
हड्डियों और दांतों की मजबूती के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी है। वहीं देसी खांड में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है। इसलिए इसके सेवन से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है और हड्डियों, दांत मजबूत बनते हैं।
बेहतर पाचन के लिए भी खांड बेहद फायदेमंद होती है। इसकी वजह यह है कि इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है। इसलिए अगर आप भी पेट संबंधी समस्याओं से दो चार हैं तो खांड बेहतर पाचन में मददगार हो सकती है।
खांड आयरन से भरपूर होती है। ऐसे में इसके सेवन से एनीमिया की कमी की समस्या दूर होती है। खांड शरीर में खून की कमी को पूरा करने में मददगार होती है। ऐसे में इसका इस्तेमाल फायदेमंद होता है।