शनिवार के दिन अगर नहीं बनते हैं काम, तो इन उपायों से बरसेगी शनिदेव की कृपा

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार (Saturday)का दिन शनि देव को समर्पित होता है। इस दिन शनिदेव की कृपा के लिए पूजा, व्रत और दान करने से बिगड़े काम बनते हैं। इस दिन शनिदेव की कृपा के लिए पूजा, व्रत और दान करने से बिगड़े काम शनिदेव के गलत प्रभाव से इंसान को अपने जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं अगर शनि का प्रभाव किसी व्यक्ति के ऊपर अच्छा होता है तो उस व्यक्ति के जीवन में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आती है। अगर शनि का प्रभाव किसी व्यक्ति के ऊपर अच्छा होता है तो उस व्यक्ति के जीवन में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं आती है। वह अपने जीवन में बहुत आगे बढ़ता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती होती है तो उसे अपनी मंजिल तक पहुंचने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा कई लोगों के साथ ऐसा होता है कि शनिवार के दिन अक्सर काम नहीं बनते. ऐसे में कुछ विशेष उपाय और पूजन विधि से शनिदेव को प्रसन्न करने का प्रयास किया जाना चाहिए, ताकि अच्छे फल की प्राप्ति हो।
व्रत नियम
– सूर्योदय से पहले उठें. अगर नहीं उठते हैं तो सुबह ही स्नान करें। तांबे के कलश में जल लें। इसमें शक्कर और दूध मिलाकर पश्चिम दिशा में मुंह कर पीपल के पेड़ को अर्घ्य दें।
– व्रत वाले दिन दिन नीली, बैंगनी तथा काले रंग के कपड़े पहनें। दिन में व्रत रखें. इस व्रत में दिन में नमक नहीं खाया जाता।
– दिन में दान करें। काली चीजों का दान श्रेष्ठ है। मछलियों को दाना खिलाएं. गरीबों की सेवा करें, उन्हें खाना खिलाएं ,दिन में आकाश मंडल की ओर देखें। शनि मंत्रों का जाप करें।
– शनिदेव से पीड़ित हैं तो सबसे बेहतर उपाय है कि भगवान शिव का पूजन करें। शनिदेव भगवान शिव को गुरु मानते हैं।
– हनुमान जी की पूजा करें। उनके सामने सरसों या तिल के तेल का दीपक जलाएं।
– शमी का पौधा अपने हाथों से लगाएं. उसका पूजन करें।
इस विधि से करें शनिदेव की पूजा
-सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठें और नहा धोकर साफ कपड़े पहनकर तब पीपल के वृक्ष पर जल अर्पण करें।
-सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं। इसलिए शनिवार के दिन शनिदेव के सामने सरसों के तेल का दीपक जरूर जलाएं।
-शनिवार के दिन सरसों का तेल गरीबों को दान करें।
-शनिदेव के नामों का उच्चारण करने से वह प्रसन्न होते हैं।
– जो लोग शनिवार के दिन शनिदेव के मंदिर जाकर आराधना नहीं कर सकते हैं ऐसे लोग घर पर ही शनिदेव के मंत्रों और शनि चालीसा का जाप कर सकते हैं।
– शनिदेव को तेल के साथ ही तिल, काली उदड़ या कोई काली वस्तु भी भेंट करें।
-इस दिन शनि मंदिर में शनिदेव के साथ ही हनुमान जी के दर्शन करना शुभ माना जाता है।
एक से अधिक बार हनुमान चालीसा का पाठ करें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी की पूजा- अर्चना करने से शनि दोषों से मुक्ति मिल जाती है। शनिवार के दिन एक से अधिक हनुमान चालीसा करें। हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी तरह के दोषों से मुक्ति मिल जाती है।
इन कामों से बचें
-शनिवार को कुछ काम करने से बचना चाहिए. इस दिन नाखून या बाल नहीं कटवाने चाहिए. इससे शनिदेव क्रोधित हो सकते हैं।
-शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए पशु-पक्षियों पर अत्याचार न करें।
-शनिवार के दिन लोहे का सामान खरीदने से बचें।