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ये गंभीर बीमारियां शरीर में पनपे तो तेजी से गिरते हैं बाल,तुरंत कराएं इलाज

अगर आपके बाल बहुत तेजी से झड़ रहे हैं तो इसकी एक गंभीर वजह शरीर में पनप रहा कोई रोग भी हो सकता है। एक दिन में 50 और 100 बालों का झड़ना सामान्य है। सिर पर लगभग एक लाख बाल हैं और इतना बालों के झड़ना कोई चिंता की बात नहीं है। नए बाल सामान्य रूप से झड़े हुए बालों की जगह आ जाते हैं, लेकिन यह हमेशा नहीं होता। हेयर लॉस की समस्या या तो धीरे-धीरे यानी कुछ वर्षों में विकसित हो सकती है या अचानक भी ऐसा शुरू हो सकता है। हेयर लॉस स्थायी या अस्थायी हो सकता है। झड़ते बाल इन बीमारियों का प्रारंभिक लक्षण हो सकते हैं। बल्कि बाल झड़ने की वजह कई साइलंट डिजीज भी होती हैं.। यहां जानें उन बीमारियों के बारे में जो अगर शरीर में पनप रही होती हैं तो आपके बाल बहुत तेजी से झड़ने लगते हैं, दरअसल, बाल गिरना कई बीमारियों की प्रारंभिक अवस्था को भी दर्शाता है। यह एक संकेत है, जिसके जरिए हमारा शरीर हमें अलर्ट करता है कि शरीर में अवांछित कोशिकाएं या रोगाणु पनप रहे हैं। आइए जानते है उन बीमारियों के बारे में

थायरॉइड बढ़ने पर झड़ते हैं बाल
अगर आपको लंबे समय से थायरॉइड की समस्या (thyroid problem) है तब भी आपके बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। थायरॉइड एक डिसऑर्डर है यदि समय पर आप इसका सही इलाज ले लेते हैं तो यह आपकी सेहत को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा पाता है। आप बिना किसी समस्या के सामान्य जीवन जी सकते हैं। लेकिन अगर आप इस समस्या का इलाज नहीं कराते हैं तो आपके बाल तो तेजी से गिरते ही रहते हैं, साथ ही कई तरह की समस्याएं भी शरीर में पनपने लगती हैं।

जब शरीर में पनप रहा हो कैंसर
हॉजकिन लिंफोमा (Hodgkin lymphoma) जैसे कुछ कैंसर(cancer) बालों के झड़ने का कारण हो सकते हैं। साथ ही कैंसर के इलाज के कारण कीमोथेरेपी के दौरान तेजी से बाल झड़ते हैं। ये स्थितियां तब आती हैं, जब मरीज को पता होता है कि उसे कैंसर हुआ है। लेकिन बालों का झड़ना अक्सर इस बात का संकेत भी देता है कि शरीर में अनचाही सेल्स विकसित हो रही हैं, जो समय के साथ कैंसर का रूप ले सकती हैं।

ब्लड प्रेशर
जब किसी व्यक्ति को ब्लड प्रेशर (blood pressure) से जुड़ी समस्या होती है तो उस व्यक्ति के शरीर में रक्त का प्रवाह बाधित रहता है। इस कारण ब्लड आर्टरीज पर ब्लड फ्लो का अधिक प्रेशर होता है। साथ ही ब्लड में सोडियम की मात्रा अधिक होती है, इससे व्यक्ति के बाल तेजी से गिरने लगते हैं। यह स्थिति हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों में अधिक देखने को मिलती है।

एनॉरेक्सिया और बुलिमिया
स्लिम फिट बॉडी की चाहत में अक्सर टीनेजर्स एनोरेक्सिया और बुलिमिया (Anorexia and Bulimia) जैसे ईटिंग डिसऑर्डर का शिकार हो जाते हैं। इन डिसऑर्डर्स से ग्रसित युवा बहुत सीमित मात्रा में और बेहद चुनिंदा फूड्स खाना पसंद करते हैं। जबकि कुछ लोग तो जो खाते हैं, उसे बाद में उल्टी के जरिए निकाल भी देते हैं। ताकि भूख भी मिट जाए और शरीर में फैट भी जमा ना हो। ये सभी स्थितियां इन युवाओं के शरीर को कुपोषण की तरफ धकेलने का काम करती हैं। फिर यही कुपोषण तेजी से झड़ते बालों की वजह बन जाता है।

डिप्रेशन के कारण भी गिरते हैं बाल
किसी भी व्यक्ति को डिप्रेशन या अवसाद (depression) तुरंत अपनी चपेट में नहीं लेता है। बल्कि यह मासिक बीमारी का तीसरा चरण है। इससे पहले व्यक्ति स्ट्रेस का शिकार होता है और फिर एंग्जाइटी की चपेट में आता है। बाल झड़ने की शुरुआत स्ट्रेस के दौरान ही हो जाती है। यदि यह स्ट्रेस बढ़ते हुए डिप्रेशन के स्तर तक पहुंच जाता है तो बाल झड़ने की प्रक्रिया और तेज होने के साथ ही बाल सफेद होने की प्रॉसेस भी शुरू हो जाती है।

ल्यूपस एरिथेमेटोसस
ल्यूपस एरिथेमेटोसस (lupus erythematosus) है। इस डिसऑर्डर में शरीर के कई हिस्सों में लंबे समय तक सूजन बनी रहती है। इंफ्लेमेशन के कारण चेहरे की त्वचा और बालों की जड़ें मुख्य रूप से प्रभावित होती हैं। बालों की जड़ों में रक्त और ऑक्सीजन का प्रवाह ठीक से नहीं हो पाता है। इस कारण बाल गिरने लगते हैं। ल्यूपस एरिथेमेटोसस के शिकार लोगों में केवल सिर के बाल गिरने में ही तेजी नहीं आती है बल्कि स्थिति गंभीर हो जाए तो आइब्रो, आइलिड के बाल भी गिरने लगते हैं। वहीं पुरुषों में यह समस्या होने पर उन्हें मूंछ और दाड़ी के बाल झड़ने की दिक्कत भी हो जाती है।

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