बहनों के होठों पर हंसी हो, तो मानो भाई की जिंदगी हो गई सफल: लांजी में बोले शिवराज
हिला सशक्तिकरण के लिए सामाजिक क्रांति हो रही है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, स्थानीय निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस भर्ती में आरक्षण, आजीविका मिशन और संबल जैसी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो रहा है।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को बालाघाट जिले के लांजी में लाड़ली बहना सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने बहनों को विभिन्न योजनाओं में हितलाभ वितरित भी किए। महिलाओं के लिए सरकार की ओर से संचालित लाभकारी योजनाओं को सीएम ने मील का पत्थर बताया। सीएम बोले कि राज्य की महिलाएं आज आत्म निर्भर बन रही हैं। लाड़ली बहना योजना के रूप में एक कदम और बढ़ाया गया हैं।
शिवराज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए सामाजिक क्रांति हो रही है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, स्थानीय निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस भर्ती में आरक्षण, आजीविका मिशन और संबल जैसी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो रहा है। अब लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है, जिनसे न केवल महिलाओं का समग्र विकास होगा, अपितु समाज में उनका मान-सम्मान और आत्म-विश्वास भी बढ़ेगा।
बहनों के होठों पर हंसी हो तो भाई की जिंदगी सफल है
सीएम ने कहा कि मेरी जिंदगी का उद्देश्य बहनों का कल्याण है। बहनों के होठों पर हंसी हो, तो भाई की जिंदगी सफल है। राज्य में नारियों का सम्मान सर्वोच्च है। बहनें किसी भी प्रकार का अन्याय सहन न करें, तुम्हारा भाई हमेशा तुम्हारे साथ है। बहन-बेटियों की शादी की चिंता न करें, शिवराज मामा उनकी शादी कराएगा। मुख्यमंत्री बनने से पहले मैं और मेरी पत्नी मिल कर गरीब बेटियों की शादी करवाते थे। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मैंने सबसे पहले मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शुरू की। पिछली सरकार ने इस योजना का लाभ किसी को नहीं दिया। अब हमने निर्णय लिया है कि इस योजना में 50 हजार की राशि का चेक बेटियों को और 6 हजार रुपए आयोजक संस्था को दिये जाएंगे।
मेरी जिंगदी का उद्देश्य बहनों का कल्याण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बेटियों को अभिशाप के स्थान पर वरदान बनाया गया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटी के जन्म लेते ही उसके नाम पर 30 हजार रुपए जमा करवा दिए जाते हैं, जिससे समय-समय पर उसे पढ़ाई आदि के लिए राशि मिलती रहे। आज मध्यप्रदेश में 44 लाख 50 हजार लाड़ली लक्ष्मी बेटियां हैं। बेटियों की पढ़ाई और उच्च शिक्षा की फीस भी मामा भरवाता है। आज पंचायतों में बड़ी संख्या में बहनें प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनका राजनीतिक सशक्तिकरण हुआ है। मध्यप्रदेश में पंचायतों में 50 प्रतिशत सीटें बहनों के लिए आरक्षित की गई हैं।
10 जून से बहनों के खाते में आने लगेगा पैसा
सीएम ने बताया कि 25 मार्च से लाड़ली बहना योजना के फॉर्म भरना प्रारंभ होगा, जो 30 अप्रैल तक चलेगा। आगामी 10 जून से बहनों के खाते में पैसे आना प्रारंभ हो जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए बहनों को किसी को भी कोई राशि देने की आवश्यकता नहीं है। ई-केवाईसी के लिए प्रत्येक प्रकरण में सरकार 15 रुपए केवाईसी करने वाली संस्था को देगी। यदि कोई भी व्यक्ति बहनों से कोई राशि की मांग करें तो उसकी शिकायत तुरंत 181 पर करें, उस व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना के क्रियान्व्यन में महिलाएं लाड़ली बहना सेना में शामिल होकर अपनी भागीदारी निभाएं।