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आयरन की कमी है तो लोहे की कड़ाही में बनाएं खाना , लंबे समय तक रहेंगे सेहतमंद

हमारे यहां पुराने समय से लोहे की कढ़ाई आदि बर्तनों में खाना बनाने की परंपरा रही है। क्‍या आपको पता है कि लोहे के बर्तनों में खाना बनाने से आपके शरीर को कई तरह से फायदा (Benefits) मिल सकता है? जी हां, शोधों में यह पाया गया है कि अगर आप लोहे के बर्तन में खाना बनाते हैं तो ये आपके शरीर में आयरन की कमी को पूरा कर सकता है और आप हेल्‍दी रह सकते हैं। आज हम आपको लोहे की कड़ाही में बने खाने के फायदों के बारे में बता रहे हैं. अगर आप डेली लोहे की कड़ाही में खाना बनाते हैं तो इससे शरीर को भरपूर आयरन मिलता है. जानते हैं लोहे की कड़ाही में खाना बनाने के फायदे

लोहे के बर्तन बेहतर
लोहे की कढ़ाई में खाना बनाने से उसमें मौजूद लौह अंश भोजन में मिल जाते हैं। यदि कढ़ाई में सब्जी को थोड़ी देर पड़ा रहने दिया जाए तो उसका रंग हल्का काला हो जाता है जो शरीर के लिए फायदेमंद होता है। लगभग सभी हरी सब्जियां आयरन युक्त होती हैं। लोहे की कढ़ाई में बनाने पर लौह तत्व में वृद्धि होकर अधिक फायदेमंद हो जाती हैं।

आयरन की कमी पूरी
लोहे के बर्तनों में खाना बना कर खाने से शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाया जा सकता है। शरीर में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए आप लोहे के बर्तन में खाना बनाएं। आयरन की कमी को पूरा करने में लोहे की कढ़ाई काफी मदद कर सकती है।

नॉन स्टिक होती है-
आप लोहे की कड़ाही को नॉन स्टिक की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें किसी तरह के सिंथेटिक मटेरियल का इस्तेमाल नहीं होता है जिससे खाने में कोई कैमिकल नहीं पहुंचते हैं। लोहे की कड़ाही में आप काफी कम तेल में भी खाना बना सकते हैं इससे आपके वेट लॉस रूटीन में भी मदद मिलेगी।

ज्यादा देर तक गर्म रहती है
लोहे के बर्तनों में तवा हो या लोहे की कड़ाही ये सभी जल्दी गरम होते हैं। लोहे के तवे पर रोटी बनाना काफी फायदेमंद होता है। एक बार गर्म होने के बाद लोहा लंबे समय तक गर्म रहता है। लोहे के बर्तन नॉन स्टिक की तुलना में काफी देर तक गर्म रहते हैं।

वेट लॉस में है मददगार
आजकल टेफलॉन कोटिंग वाले नॉन-स्टिक कुकवेयर प्रचलन में हैं, पर असल में ये कुकवेयर काफी नुकसानदेह होते हैं। जबकि लोहे की कड़ाही को अच्छे से इस्तेमाल किया जाए तो ये नॉन स्टिक का काम करेगी। इसमें सिंथेटिक मटेरियल नहीं होता हैं जो खाने में कई तरह के कैमिकल लाता हैं। लोहे ही कड़ाही में भी कम तेल में खाना बनाया जा सकता है। जिससे आपको वेट लॉस में भी मदद मिलेगी।

इन बातों का भी रखें ध्‍यान
1. रोजाना लोहे के बर्तनों में खाना पकाना सही नहीं है। सप्ताह में केवल दो से तीन बार ही इनमें खाना बनाएं।

2. खट्टे या एसिड वाले भोजन लोहे के साथ रियेक्ट कर सकते हैं। जिससे भोजन में अजीब सा स्वाद पैदा हो सकता है। इसलिए, कढ़ी, रसम, सांभर या फिर टमाटर से बनने वाले खाने को इसमें न ही पकाएं।

3. लोहे के बर्तनों को हल्के डिटर्जेंट से धोएं और तुरंत पोंछ दें। खुरदरे स्क्रबर या लोहे के जूने का इस्तेमाल न करें।

4. इन बर्तनों को धो कर रखने से पहले इन पर किसी भी तेल की एक पतली परत लगा दें। हमेशा बर्तन को साफ और सूखी जगह पर रखें, जहां पानी और नमी न हो। ताकि इन पर जंग न लग सके।

5. लोहे के बर्तनों में पानी या फिर कोई अन्य पेय नहीं रखना चाहिए। लोहा नमी के साथ रियेक्ट करता है और जंग पैदा करता है। यह जंग, अन्य तत्वों के साथ मिलकर, आपके पीने के पानी को दूषित कर सकती है।

 

 

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