इंदौर एयरपोर्ट पर महिला यात्री के बैग में मिली मानव खोपड़ी और हड्डियां
इंदौर: देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से दिल्ली जाने के लिए आई एक महिला यात्री के सामान से मानव खोपड़ी निकलने से हड़कंप मच गया। साध्वी बिना अनुमति दिल्ली (Delhi) की फ्लाइट पकड़ने जा रही थीं। जब मामला सामने आया और पुलिस व सीआईएसएफ ने उनसे पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वो साथी साधु की अस्थियां हरिद्वार में विसर्जित करने के लिए ले जा रही हैं। जिन्हें एयरपोर्ट प्रबंधन ने मानव खोपड़ी व हड्डियां ले जाने की अनुमति नहीं दी। साध्वी दूसरी फ्लाइट से दिल्ली चली गईं। बाद में दूसरे साधु सड़क मार्ग से अस्थियां और खोपड़ी हरिद्वार ले गए।
ये है पूरा मामला
दिल्ली जाने वाली विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट के वक्त ये सारी घटना हुई। दरअसल उज्जैन की रहने वाली साध्वी योगमाता सचदेवा एयरपोर्ट पहुंचीं और उन्हें दिल्ली की फ्लाइट पकड़ने थी। स्क्रीनिंग के दौरान साध्वी के बैग में कुछ संदेहजनक नजर आया जिसके बाद अधिकारियों व गार्ड्स ने उनका बैग खोला तो वो हैरान रह गए। बैग में मानव खोपड़ी व हड्डियां थीं। इसके बाद पुलिस को भी सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस एयरपोर्ट पहुंची और साध्वी से पूछताछ की तो साध्वी ने बताया कि ये उनके साथी साधू की अस्थियां हैं जिसकी मौत कोरोना से हो गई थी। वो साथी साधू की हड्डियां हरिद्वार में विसर्जित करने के लिए ले जा रही थीं। एयरपोर्ट प्रबंधन ने साध्वी को इस तरह से साथ में अस्थियां ले जाने की अनुमति नहीं दी जिसके बाद साध्वी को बिना अस्थियां लिए ही दूसरी फ्लाइट से दिल्ली जाना पड़ा जबकि उनके साथी सड़क मार्ग से अस्थियां लेकर हरिद्वार के लिए रवाना हुए।
लगेज की स्क्रीनिंग के दौरान मिली मानव खोपड़ी
जानकारी के अनुसार जब विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट (यूके-914) इंदौर से 8.30 बजे वापस दिल्ली जाने वाली थी। इसी फ्लाइट से जाने के लिए उज्जैन निवासी साध्वी योगमाता सचदेवा सुबह एयरपोर्ट पहुंचीं। उनके बैग की स्क्रीनिंग की गई तो अधिकारियों को उसमें कुछ संदेहजनक नजर आया। इसके बाद जब उनका बैग खुलवाया गया तो उसमें एक मानव खोपड़ी और हडि्डयां मिलीं। यह देख स्टाफ वाले चौंक गए और तुरंत एयरपोर्ट और सीआईएसएफ के अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
पुलिस से कहा- विसर्जन के लिए ले जा रही थी
सूचना पर एरोड्रम थाने को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और साध्वी से पूछताछ की। साध्वी ने कहा कि कोरोना से उसके साथ के साधु की मौत हो गई थी। यह हड्डियां और खोपड़ी हरिद्वार में विसर्जन के लिए लेकर जा रही हैं। एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि आम तौर पर यदि कोई व्यक्ति अस्थियां या इस प्रकार की कोई वस्तु लेकर जाता है तो उससे पहले उसे एयरपोर्ट प्रबंधन को सूचना देनी होती है। वह हैंड बैग में अस्थियां ले जा सकता है, जबकि साध्वी के पास यह मेन चेक-इन लगेज के बैग के अंदर मिली।