ताज़ा ख़बरमध्यप्रदेश

कोरोना से लड़ने की तैयारी: मप्र में अब आर्मी और केंद्रीय संस्थानों के अस्पतालों में होगा मरीजों का इलाज

  • मप्र सरकार देगी 3 माह का बीपीएल कार्ड धारकों को मुफ्त राशन, 2 करोड़ परिवारों को बांटा जाएगा काढ़ा

भोपाल। मप्र में कोरोना (Corona) का कहर तेजी से फैलने लगा है। प्रदेश में सक्रिय मरीजों का आंकड़ा 75 हजार के पार पहुंच गया है। अस्पतालों में बेड की कमी से जूझ रही शिवराज सरकार (Shivraj government) अब आर्मी (Army) और केंद्रीय संस्थानों (Central institutions) के अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज कराएगी। इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है। शिवराज ने बताया कि सरकार गरीबों को 3 माह का राशन मुफ्त देगी। इसके साथ ही 2 करोड़ परिवारों को काढ़ा भी बांटा जाएगा। बता दें कि कोरोना की पहली लहर में भी सरकार ने 3 माह का राशन बीपीएल कार्ड धारकों को मुफ्त दिया था और घर-घर काढ़ा भी बांटा गया था।

मुख्यमंत्री ने सोमवार को सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के संबंध में फोन पर चर्चा हुई। शिवराज ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश को आॅक्सीजन , रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remedesivary injection) एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर आश्वासन दिया है। इसी तरह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आर्मी के अस्पतालों में कोरोना के मरीजों का इलाज करने को लेकर चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री ने आर्मी के अफसरों के साथ एक बैठक भी की है।





आर्मी के अस्पतालों में मिलेंगे 430 बेड
मुश्ख्यमंत्री की आज सुदर्शन कोर कमांडर अतुल्य सोलंकी (Atulya Solanki) व बिग्रेडियर आशुतोष शुक्ला (Ashutosh Shukla) के साथ बैठक हुई। बताया जाता है कि आर्मी के अफसरों ने भोपाल, जबलपुर, सागर व ग्वालियर में 430 बेड अस्पतालों व आइसोलेशन सेंटर (Isolation center) दिए जाएंगे। इसमें से भोपाल में 150, जबलपुर में 100, सागर में 40 और ग्वालियर में 40 बेड की व्यवस्था की जाएगी। आर्मी के अफसरों ने मरीजों की देखभाल के लिए पैरामेडिकल स्टाफ (Paramedical staff) उपलब्ध कराने के लिए भी आश्वस्त किया।





कलेक्टरों को केविड सेंटर बनाने की छूट
मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्रीय संस्थानों रेलवे और सुरक्षा संस्थानों सहित अन्य अस्पतालों में कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाएगा। इसको लेकर प्रदेश के सभी कलेक्टरों को केंद्रीय संस्थानों के प्रबंधन से बात करने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिले में आश्वयकता के अनुसार जितने भी कोविड केयर सेंटर खोलने की जरुरत है, तेयारी के साथ शुरू करें। सरकार की तरफ से इस काम के लिए उन्हें पूरी छूट दी जा रही है।

यह भी पढ़ें: मप्र में हालात भयावह: जबलपुर में संक्रमित मरीज ने एंबुलेंस में तोड़ा दम, नहीं मिला बेड

चारों महानगरों में खुलेंगे 2 हजार बेड के अस्पताल
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बड़े महानगरों में सरकार, स्वयं सेवी संस्थाओं की मदद से 2 हजार बेड का अस्पताल खोलेगी। उन्होंने कहा कि इदौर के राधा स्वामी सत्संग न्यास के 2 हजार बेड के अस्पताल जैसा प्रयोग भोपाल, गवालियर, जबलपुर सहित अन्य महानगरों में होगा। उन्होने बताया कि इंदौर के अस्ताल में बेडो की संख्या 2 हजार से बढ़ाकर 6 हजार करने के निर्देश दिए हैं।

  • मप्र में आर्मी के 7 अस्पताल हैं। इसमें 6 इंडियन आर्मी के 6 अस्तपाल भोपाल, ग्वालियर, सागर, जबलपुर, महू और पचमढ़ी में स्थित है। जबकि 2 ग्रीन एयर फोर्स का एक अस्पताल बैतूल में हैं।
  • सुरक्षा संस्थानों के सबसे ज्यादा अस्पताल जबलपुर में हैं। यहां व्हीकल फैक्ट्ररी, गन कैरिज फैक्ट्ररी, आॅडर्नेंस फैक्ट्ररी और आर्मी बेस वर्कशॉप के अपने असपताल हैं।
  • अगर देश की बात करें तो इंडियन आर्मी के 90, नेवी के 10 और एयर फोर्स के 12 अस्पताल हैं।

Web Khabar

वेब खबर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button