परिवहन मंत्री के बचाव में उतरे गृहमंत्री, कहा – सोशल मीडिया का प्लेटफॉर्म विश्वनीय नहीं
भोपाल / सागर – व्यापम से परेशान मप्र सरकार के सामने एक मुसीबत आ खड़ी हुई है। इस बार सिंधिया खेमे के मंत्री गोविन्द सिहं राजपूत विपक्ष के निशाने पर है। दरअसल, मध्यप्रदेश प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा यानि MP TET-2020 के पर्चे का वायरल स्क्रीनशॉट सागर स्थित ज्ञानवीर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंसेस से जारी हुआ था। यह कॉलेज परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बेटे का है। इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान सामने आया है।
यह प्लेटफॉर्म विश्वनीय नहीं – मिश्रा
मप्र सरकार के प्रवक्ता और गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कॉलेज को कंपनी किराए पर लेती है। सोशल मीडिया का प्लेटफार्म विश्वसनीय नहीं होता। 25 मार्च को जिस कॉलेज से पेपर लीक होना बताया गया है, उस समय कॉलेज को एक कंपनी ने किराए पर लिया था। तो इसका सीधा कॉलेज से कोई लेना देना नहीं है। इसलिए कॉलेज और इसके कर्ताधर्ताओं के बारे में निराधार किसी तरह के बात करना ठीक नहीं है।
विकास की शिकायत पर बोले गृहमंत्री
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आरक्षक भर्ती में सिर्फ एक शिकायत विकास मीना की आई थी। इन्होंने कहा था कि पहले क्वालीफाई हो गया हूं और बाद में अनस्क्वालिफाइड कर दिया। परीक्षण में पाया गया कि विकास पहले से ही अनक्वालिफाइड थे। एक ही बार रिजल्ट जारी हुआ। इसके साथ ही मिश्रा ने कहा किपुलिस आरक्षक भर्ती की 2017 की जो प्रक्रिया थी, उसके खिलाफ भी लोग इंदौर हाईकोर्ट गए थे। इंदौर हाईकोर्ट ने भी इस प्रक्रिया को सही माना था। पूर्व सैनिकों का आरक्षण यथावत है।