हॉकी वर्ल्ड कप का आज होगा धमाकेदार आगाज, टीम इंडिया से रहेंगी बड़ी उम्मीदें
हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय टीम इस बार अपनी सरजमीं पर पदक के प्रबल दावेदारों में से है। विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज भारत ने हाल ही में आस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था।
नई दिली। पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप 2023 की आज से शुरुआत होने जा रही है। खेल के पहले दिन कप्तान हरमनप्रीत सिंह की नेतृत्व में टीम इंडिया स्पेन से भिड़ेगी। भारतीय टीम से 48 साल के सूखे को भी खत्म करने की उम्मीदें होगी। ऐसा इसलिए 1975 के बाद से टीम इंडिया हॉकी में वर्ल्ड कप नहीं जीत सकती है। 48 साल पहले टीम इंडिया ने मलेशिया में पाकिस्तान को हराकर वर्ल्डकप जीता था। वैसे यहां पर बता दें कि टीम इंडिया को इस बार खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। भारत और स्पेन का मैच ओडिशा के बिरसा मुंडा स्टेडियम में शाम सात बजे से शुरू होगा।
बता दें कि हॉकी विश्व कप का यह 15वां संस्करण है जो शुक्रवार को ओडिशा में होने वाला है और भारत चौथी बार हॉकी विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। भारत और ओडिशा बैक टू बैक एफआईएच हॉकी विश्व कप की मेजबानी कर रहे हैं, ऐसा उन्होंने 2018 में भी किया था। ओडिशा को तो हॉकी के घर के तौर पर देखा जाता है। जब भारत ने कांस्य पदक जीता था और महिला हॉकी टीम ने भी बेहतरीन ओलंपिक प्रदर्शन किया था तो खिलाड़ी ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक को खासतौर पर धन्यवाद देना नहीं भूले थे।
वर्ल्ड की प्रबल दावेदार है टीम इंडिया
हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी वाली भारतीय टीम इस बार अपनी सरजमीं पर पदक के प्रबल दावेदारों में से है। विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर काबिज भारत ने हाल ही में आस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था। हालांकि उसे 1-4 से पराजय का सामना करना पड़ा. ग्राहम रीड की टीम ने आॅस्ट्रेलिया जैसी दमदार टीम को एक मैच में हराकर छह साल बाद उसके खिलाफ जीत दर्ज की. भारत ने एफआईएच प्रो-लीग में भी 2021-22 सत्र में तीसरा स्थान हासिल किया।
इन खिलाड़ियों पर होगा जीत का दारोमदार
भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह के रूप में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकर मौजूद है। उनके अलावा अनुभवी गोलकीपर पी आर श्रीजेश, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह और मनदीप सिंह पर सफलता का दारोमदार होगा। डिफेंडर अमित रोहिदास भी काफी अनुभवी हैं और पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ भी हैं। फॉरवर्ड आकाशदीप सिंह पर भी सभी की नजरें होंगी। इस विश्व कप में हर ग्रुप से शीर्ष टीम सीधे क्वार्टर फाइनल में पहुंचेगी और दूसरे तथा तीसरे स्थान की टीमों के बीच क्रॉसओवर मैच होंगे. क्रॉसओवर के जरिए अंतिम आठ में पहुंचने पर सामना गत चैम्पियन बेल्जियम जैसी कठिन टीमों से हो सकता है।
पिछली बार नीदरलैंड से हारकर बाहर हो गई थी टीम इंडिया
ओलंपिक में आठ स्वर्ण पदक जीत चुकी भारतीय टीम ने साल 1975 में अजितपाल सिंह की कप्तानी में इकलौता वर्ल्ड कप जीता था. उसके बाद से टीम सेमीफाइनल में भी नहीं पहुंच सकी है। इससे पहले 1971 में पहले विश्व कप में भारत ने कांस्य और 1973 में रजत पदक जीता था। इसके बाद 1978 से 2014 तक भारत ग्रुप चरण से आगे नहीं जा सका। पिछली बार भी भुवनेश्वर में हुए विश्व कप में भारत क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड से हारकर बाहर हो गया था।
पहले दिन होंगे कुल चार मुकाबले
टूर्नामेंट का पहला मैच भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम पर अर्जेंटीना और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जाएगा. वहीं दिन के दूसरे मैच खिताब की प्रबल दावेदार आॅस्ट्रेलियाई टीम पूल-ए के अन्य मैच में फ्रांस से खेलेगी। फिर 21000 की दर्शक क्षमता वाले बिरसा मुंडा स्टेडियम पर पहला मैच इंग्लैंड और वेल्स के बीच होगा. बाद में दिन के आखिरी मैच में भारत-स्पेन की टक्कर होगी, कलिंगा स्टेडियम में 24 और बिरसा मुंडा स्टेडियम में 20 मैच खेले जाएंगे।
वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम:
- गोलकीपर: कृष्ण बहादुर पाठक, पीआर श्रीजेश
- डिफेंडर: जरमनप्रीत सिंह, सुरेंद्र कुमार, हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), वरुण कुमार, अमित रोहिदास (उप-कप्तान), नीलम संजीप सेस
- मिडफील्डर: मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, विवेक सागर प्रसाद, आकाशदीप सिंह
- फॉरवर्ड : मनदीप सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, अभिषेक, सुखजीत सिंह
- वैकल्पिक खिलाड़ी: राजकुमार पाल, जुगराज सिंह।