Rockerty The Nambi Effect On OTT: दर्शकों का इंतजार हुआ खत्म, इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आएगी हिंदी रॉकेट्री
बॉलीवुड एक्टर आर माधवन बीते काफी दिनों से खबरों के बाजार में छाए हुए हैं।आर माधवन (R Madhavan) की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’ (Rocketry The Nambi Effect) को दर्शकों ने खूब पसंद किया है। सिनेमाघरों में आर माधवन की फिल्म ने खूब धमाल मचा दिया है। यूं तो इस महीने सिनेमाघरों में कई शानदार फिल्में रिलीज हुईं, लेकिन आर माधवन की फिल्म ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’ (Rocketry The Nambi Effect) की बात ही कुछ और है। अब रिलीज के 25 दिन बाद यह फिल्म ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज हो गई है। लेकिन, हिंदी के दर्शकों ने जब उसे देखना चाहा तो निराशा हाथ लगी। यह फिल्म हिंदी को छोड़कर साउथ की सभी चार भाषाओं में अमेजन प्राइम वीडियो पर थी। तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम में इस फिल्म को प्राइम पर देखा जा सकता है। हालांकि, आर माधवन ने दर्शकों की खुशी के मद्देनजर हिंदी रॉकेट्री के लिए नया रास्ता निकाल लिया है।
इस OTT प्लेटफार्म पर रिलीज होगी ROCKETRY
फिल्म ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’ (Rocketry The Nambi Effect) का हिंदी वर्जन अब दूसरे ओटीटी प्लेटफॉर्म वूट सिलेक्ट पर रिलीज किया जाएगा। वूट पर फिल्म कब रिलीज होगी अभी तक इसकी घोषणा नहीं की गई है। हालांकि माना जा रहा है कि 29 जुलाई या फिर एक अगस्त तक इसे यहां रिलीज किया जाएगा।
R. MADHAVAN ने मांगा था दर्शकों से सुझाव
आर माधवन (R. Madhavan) ने सोशल मीडिया पर एक वीडिया शेयर करसे यह तो बता दिया था कि उनकी फिल्म का ओरिजिनल हिंदी वर्जन जल्द ही ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने जा रहा है, लेकिन लोगों को कंफ्यूज करने के लिए आर माधवन (R. Madhavan) ने उनके सामने एक क्विज गेम खेला था। उन्होंने कहा था कि, मेरे बताने से पहले आप मुझे बताइए कि आप ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’ (Rocketry The Nambi Effect) के ओरिजिनल हिंदी वर्जन को किस प्लेटफार्म पर देखना पसंद करेंगे। क्या आप गैस कर सकते हैं कि ये फिल्म किसपर रिलीज की जाएगी। आर माधवन के इस सवाल का जवाब देते हुए उनके चाहने वालों ने कमेंट सेक्शन में अलग-अलग प्लेटफार्म के नाम शेयर किए हैं। किसी ने नेटफ्लिक्स लिखा है तो किसी ने अमेजॉन प्राइम।
कैसी है फिल्म की स्टोरी?
यह फिल्म पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित रॉकेट वैज्ञानिक नांबी नारायणन की जिंदगी पर आधारित है। यह निजी जीवन में उनके संघर्ष को बताती है। फिल्म भारत के एक श्रेष्ठ अंतरिक्ष वैज्ञानिक के साथ हुए अन्याय की कहानी है। उन्होंने उपग्रहों को अंतरिक्ष में ले जाने वाला रॉकेट बनाया। उनके बनाए रॉकेट इंजन की बदौलत भारत दूसरे देशों का मोहताज नहीं रहा लेकिन उन पर देशद्रोही होने का दाग लगा। इसके बाद उन्होंने पुलिस की अमानवीय यातना सही और लोगों ने उनका तिरस्कार किया। फिल्म की समीक्षाएं इस बात का सबूत हैं कि फिल्म को कितने अच्छे तरीके से बनाया गया है। आर माधवन ने खुद इस फिल्म का निर्देशन किया है और नांबी का ऐसा रोल किया है कि लगता है स्वयं नांबी ही स्क्रीन पर हैं। आज के दौर में यह जरूर देखी जाने वाली फिल्म है। इस फिल्म ने साबित कर दिया कि माधवन जितने उम्दा अभिनेता हैं, उतने ही कमाल के निर्देशक भी हैं। नांबी की पत्नी के रूप में सिमरन, उन्नी के रूप में सैम मोहन, साराभाई के रूप में रजित कपूर, कलाम के रूप में गुलशन ग्रोवर ने कमाल का काम किया है। जो लोग इस फिल्म को किसी भी वजह से सिनेमाघरों में नहीं देख पाए, अब उनके पास इसे घर बैठे देखने का मौका है।
RRR के नक्शे के कदम पर R. MADHAVAN
आरआरआर ने फिल्म के निर्माताओं को पैसा कमाने के यह नया तरीका बताया है। जब आरआरआर ओटीटी पर रिलीज की गई तो इसे तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम में जी 5 पर रिलीज किया गया। जबकि हिंदी में यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज की गई। मतलब साउथ के दर्शकों के लिए अलग ओटीटी प्लेटफॉर्म और हिंदी दर्शकों के लिए अलग। निर्माताओं ने दो प्लेटफॉर्मों पर अलग-अलग डील की। ज्यादा प्लेटफॉर्म पर फिल्म रिलीज करने से उन्हें ज्यादा मुनाफा होता है। आरआरआर को देखते हुए आर. माधवन ने भी कुछ इसी तरह से अपनी फिल्म को रिलीज करने का मन बनाया। आरआरआर के बाद रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट दूसरी ऐसी फिल्म है जिसे 2 अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग भाषाओं में रिलीज किया जाएगा। भविष्य में संभव है कि पैन-इंडिया फिल्में बनाने वाले निर्माता यही नीति अपनाने लगें और प्लेटफॉर्म भी 2 से ज्यादा हों।