कुलीनों के कुनवे में कलह, आलाकमान सक्रिय
बीजेपी में बयानबाजी और अंतर्कलह पर होगी सख्ती
भोपाल। चुनाव नजदीक आते ही मध्यप्रदेश भाजपा नेताओं की बयानबाजी और अंतर्कलह का दौर शुरू हो गया है। पहले परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और पीडब्लयूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला, जिसकी गूंज दिल्ली तक पहुंची। इस भूचाल को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और आलाकमान ने सक्रिय होकर किसी तरह शांत किया तो उधर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के सुपुत्र आकाश राजपूत ने कटाक्ष करते हुए कहा कि अच्छा है हम खुरई में नहीं हैं, वरना बात करने पर ही जेल में डाल दिया जाता।
इस बीच गुना में सांसद केपी यादव ने जब सिंधिया विरोधी बयान दिया तो सिंधिया समर्थक इमरती देवी उबल पड़ी और उन्होंने दावा कर दिया कि अगली बार के पी यादव को लोकसभा टिकट नहीं मिलेगा। अब आलाकमान ने इस तरह की बयानबाजी पर एक्शन लेने के संकेत दिए हैं। के पी यादव को पार्टी नेतृत्व ने भोपाल तलब किया है और एक मामले में सागर के एक नेता को नोटिस जारी किया गया है। भारतीय जनता पार्टी में आंतरिक मनमुटाव लगातार उग्रतर होता जा रहा है। सागर के सागर महापौर के पति सुशील तिवारी ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाल दी, इस पर उन्हें नोटिस दिया गया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ अनर्गल बातें लिखने पर पार्टी ने यह नोटिस दिया गया है। तिवारी से 3 दिन के अंदर जबाव मांगा गया है।