डिफरेंट है हार्टअटैक और कार्डिएक अरेस्ट, जानें डिफरेंस
आजकल हार्ट अटैक आना बेहद ही आम बात हो गई है। इसका बहुत बड़ा कारण अनहेल्दी और बिजी लाइफस्टाइल है। जिसकी वजह से बहुत से बीमारियां हो रही है। जिनमें हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट बहुत गंभीर बीमारी है। लेकिन क्या आप जानते है कि ये दोनों बीमारियों हार्ट से कनेक्टेड है, लेकिन एक नहीं है।
हेल्थ डेस्क : आजकल हार्ट अटैक आना बेहद ही आम बात हो गई है। इसका बहुत बड़ा कारण अनहेल्दी और बिजी लाइफस्टाइल है। जिसकी वजह से बहुत से बीमारियां हो रही है। जिनमें हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट बहुत गंभीर बीमारी है। लेकिन क्या आप जानते है कि ये दोनों बीमारियों हार्ट से कनेक्टेड है, लेकिन एक नहीं है। आइए जानते है कैसे ये दोनों बीमारियां अलग-अलग है। हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट दोनों एक मेडिकल इमरजेंसी है, जो व्यक्ति के हार्ट को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। हालांकि, ये दोनों स्थितियां एक बिल्कुल नहीं हैं। दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक का कारण हार्ट में ब्लड की आपूर्ति या रुकावट होता है। वहीं हार्ट जब ब्लड पंप करना बंद कर देता है। उस स्थिति को कार्डिएक अरेस्ट कहते हैं। आज हम आपके लिए हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट के विषय में कुछ जरूरी जानकारी लेकर आए हैं। आइए जानते हैं।
कार्डिएक अरेस्ट और हार्ट अटैक में अंतर
हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट दिल की बीमारियां हैं, जो सर्कुलेशन से संबंधित है। इसमें हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा तब होता है। जब आर्टिरीज में ब्लड फ्लो रुक जाता है या खत्म हो जाता है और ऑक्सीजन की कमी से हार्ट का वह भाग मरने लगता है। दूसरी तरफ कार्डिएक अरेस्ट में हार्ट का अचानक धड़कना बंद हो जाता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति के साथ कुछ भी हो सकता है।
क्या होता है कार्डिएक अरेस्ट ?
कार्डिएक अरेस्ट हमेशा अचानक होता है, जिससे पहले कोई खास संकेत नहीं मिलते हैं। इसमें हार्ट शरीर में ब्लड पंप करना बंद कर देता है और व्यक्ति बेहोश हो जाता है। इस स्थिति में तुरंत ट्रीटमेंट ना मिलने पर व्यक्ति कुछ ही मिनटों में मर सकता है। कार्डिएक अरेस्ट अधिकतर हार्ट अटैक और असामान्य हार्ट बीट के कारण होता है।
कार्डिएक अरेस्ट के लक्षण
-कार्डिएक अरेस्ट का सबसे मुख्य लक्षण होता है बेहोशी
– कई बार व्यक्ति कार्डिएक अरेस्ट से पहले कुछ निम्न संकेतों को महसूस कर सकता है जो इस प्रकार हैं-
-असामान्य हार्ट बीट
-सिर चकराना या चक्कर आना
-चेस्ट पैन
-सांस लेने में दिक्कत
-जी मिचलाना या उल्टी होना
कार्डिएक अरेस्ट के बाद
-व्यक्ति की सांसें या तो बंद हो जाती हैं या वह सामान्य तरीके से सांस लेता है
-लंबी-लंबी सांसे लेना और हांफना
-पूरी तरह बेहोश हो जाना
क्या होता है हार्ट अटैक ?
आजकल हर दिन हजारों लोगों को हार्ट अटैक का सामना करना पड़ रहा है। ब्लड क्लॉटिंग होने या हार्ट में ब्लड सप्लाई की कमी से हार्ट अटैक की स्थिति बनती है। हार्ट अटैक अधिकतर कोरोनरी आर्टरीज में ब्लॉकेज के कारण होता है, जो हार्ट को गंभीर नुकसान पहुंचाकर व्यक्ति के लिए खतरनाक साबित हो सकता है और व्यक्ति की जान भी जा सकती है।
हार्ट अटैक के लक्षण
वैसे तो हार्ट अटैक के लक्षण अचानक सामने आते हैं, लेकिन कई स्थितियों में कुछ हल्के-फुल्के लक्षण कई दिनों या हफ्ते पहले महसूस हो सकते हैं। हार्ट अटैक के लक्षण हर व्यक्ति और महिलाओं या पुरुषों में एक दूसरे से अलग देखने को मिल सकते हैं, जैसे-
-बेचैनी और चेस्ट पेन
-सांस लेने में परेशानी
-टूटकर पसीना आना
-हार्ट बीट तेज होना
-हाथों, पीठ, गर्दन, जबड़े और पेट में दर्द होना और तेज जलन महसूस होना
-चक्कर आना