UN में विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद ने कहा, सांप पालने वालों को भी सांप काट सकता है
इस समस्या को खत्म करने के लिए शांति स्थापित करने के लिए सभी देशों को एक साथ मिलकर प्रयास करने होंगे। तभी आतंकवाद खत्म हो सकेगा।
नई दिल्ली – विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद ने यूनाईटेड नेंशन में पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। जयशंकर प्रसाद ने कहा कि सांप पालने वालों को यह याद रखना चाहिए कि वो सांप उन्हें भी काट सकता है। यूनाईटेंड नेशन में पाकिस्तान की मंत्री हिना रब्बानी के द्वारा भारत को लेकर दिए गए बयान के बाद जयंशकर प्रसाद की इस प्रतिक्रिया की पूरे देश में तारीफ हो रही है। जयशंकर प्रसाद ने कहा कि आतंकवाद किसी एक देश के लिए समस्या नहीं है, बल्कि यह एक वैश्विक समस्या बन गई है। इस समस्या को खत्म करने के लिए शांति स्थापित करने के लिए सभी देशों को एक साथ मिलकर प्रयास करने होंगे। तभी आतंकवाद खत्म हो सकेगा।
पाकिस्तानी पत्रकार को दिया करारा जवाब
यूनाईटेड नेंशन में आयोजित पत्रकारवार्ता में पाकिस्तानी पत्रकार ने विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद से सवाल पूछा कि कब तक खत्म हो जाएगा। जिसे लेकर जयशंकर प्रसाद ने कहा कि आप गलत व्यक्ति से इस सवाल को पूछ रहे हैं। अगर आपको सही जवाब चाहिए तो पाकिस्तान के किसी मंत्री से यह सवाल कीजिए । वह आपको सही जवाब देंगे। इसके साथ ही जयशंकर प्रसाद ने आतंकवाद को लेकर कहा कि भारत ने अपनी सीमाओं पर आतंकवाद की समस्या का लंबे वक्त सामना किया है। हजारों लोगों की जान अब तक जा चुकी है। ऐसे में विश्व को इस समस्या को खत्म करने लिए के लिए एक साथ होकार काम करना होगा।
ऐसा देश उपदेश देने के काबिल नहीं
यूनाईटेड नेंशन के मंच पर भारतीय विदेश मंत्री जयंशकर प्रसाद ने पाकिस्तान को घेरते हुए कहा कि ओसामाबिन लादेश जैसे आतंकवादी की मेहमान नवाजी करने वाले देश को इस शक्तिशाली मंच पर उपदेश देने का कोई हक नहीं है। पहले वो अपने देश में बढ़ते आतंकवाद को खत्म करने के लिए कोशिश करें। फिर दूसरे देशों में आतंकवाद जैसे विषय पर सलाह दें।
सोशल मीडिया बना टूलकिट
विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद ने वैश्विक समस्या आतंकवाद को लेकर कहा कि आज सोशल मीडिया एक आतंकवाद को फैलाने के लिए एक टूलकिट बन गया है। सोशल मीडिया के माध्यम से टेरर फंडिंग से लेकर दूसरे सभी काम आसानी से हो सकते है। ऐसे में सभी देशों को मिलकर आतंकवाद को खत्म करना होगा क्योंकि आतंकवाद की कोई सीमा नहीं है। यह सीमा से परे हटकर वैश्विक समस्या बन गया है। भारत तो आतंकवाद की समस्या का कई दशकों से सामना कर रहा है।