कितना बदल गया है ये समाज, मां को बेटे ने डंडे से पीटा
उस कलयुगी बेटे ने मां से मोबाइल खरीदने के लिए पच्चीस हजार रुपये मांगे थे। जब मां ने 15 हजार रुपये दिए तो बेटे ने डंडा उठाकर मां को पीट दिया।
क्राइम डेस्क : हमारे देश में माता-पिता को भगवान माना जाता है। माता-पिता को पूजनीय मानते हुए उनका पूजन करते है, लेकिन इस घोर कलयुग में क्या वाकई आज भी ये बात लागू होती है। जब बच्चे अपने माता-पिता को पूजते हो।उन्हें अपना भगवान मानते हो। ये मामला देखकर लगता तो नहीं है। जहां छिंदवाड़ा में एक बेटे ने अपनी मां को इतनी निर्दयता से पीटा, जिसको देखकर और सुनकर हर कोई स्तब्ध रह गया।
क्या था मामला
दरअसल उस कलयुगी बेटे ने मां से मोबाइल खरीदने के लिए पच्चीस हजार रुपये मांगे थे। जब मां ने 15 हजार रुपये दिए तो बेटे ने डंडा उठाकर मां को पीट दिया। जिसके बाद पीड़ित मां की हालत खराब हो गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। लेकिन ऐसे में बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या आखिर हमारा समाज इतना बुरी मानसिकता का आदि हो चुका है कि एक छोटी सी बात पर इतना तमाशा किया जा सकता है। क्या इंसान के मन में थोड़ा भी भय, तरस नहीं है, जो अपनी ही जननी को बुरी तरह मारने से पहले सोच नहीं पाता है।
अस्पताल में भर्ती है मां
जानकारी के अनुसार मामला छिंदवाड़ा जिले के बडकुही चौकी क्षेत्र के दरबई गांव का है। जहां महिला अपने दो बेटों और पति के साथ रहती है। एक बेटा विनोद कुछ दिन पहले ही जेल से छूटा था और मां से मोबाइल खरीदने के लिए 25 हजार रुपयों की मांग कर रहा था। मां ने जैसे-तैसे जुटाकर जब 15 हजार रुपये दिए तो विनोद बिगड़ गया। रुपये फेंक दिए और गुस्से में डंडा उठाकर मां को बेरहमी से पीट दिया और भाग गया। बाद में परिजनों ने एंबुलेंस से फूलवती को परासिया अस्पताल पहुंचाया।
दोनों बेटे करते है मारपीट
फूलवती के पति रमेश यादव ने बताया कि मोबाइल के लिए बेटा विनोद जिद कर रहा था। कम पैसे देने पर मारपीट की गई है। महिला से मिलने अस्पताल पहुंचे रिश्तेदारों ने बताया कि दोनों बेटे रुपयों के लिए मां-पिता से मारपीट करते हैं। पहले भी मां को मारा गया था, जिससे आहत होकर फूलवती ने जहर भी खा लिया था। इधर महिला की बेटी ने कहा कि वे अपने माता-पिता को अपने ससुराल में रखने लगी थीं, लेकिन वे ज्यादा दिन नहीं रहे।