मां-बहनों को हक दिलाना शिवराज की जिंदगी का बड़ा उद्देश्य, कार्यक्रम में कुपोषण पर भी बोले
हमने अडॉप्ट आंगनवाड़ी अभियान समाज को जोड़ने के लिए शुरू किया। इंदौर में एक दिन में ठेले लेकर निकाला था तो बिना मांगे साढ़े 8 लाख रुपए से अधिक के चेक मिल गए। हमें यह सोचना है कि हम अपनी आंगनवाड़ी को कैसे एक आदर्श आंगनवाड़ी बना सकते हैं।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को महिला राजधानी भोपाल में महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम शिरकत की। इस दौरान उन्होंने विभाग के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों और सहायिकाओं को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने महिलाओं को लेकर कई बड़ी बातें भी कही।
शिवराज बोले कि मां, बेटियों और बहनों को उनका हक दिलाना मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा उद्देश्य हैं। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों ऐसा सिस्टम बनाने को कहा, जिसमें सुझाव आएं। उन्होंने कहा क पोषण आहार खाना पाप खाना है। इससे बड़ा कोई अपराध नहीं है। इस दौरान उन्होंने यह भी ऐलान किया की राज्यस्तरीय पुरस्कार हर साल दिए जाएंगे। इसके साथ जिले में प्रथम, द्वितीय और तृतीय आंगनवाड़ी को पुरुस्कार देने की पहल करने की बात भी कही।
मप्र के माथे का कलंक कुपोषण
इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि हमने अडॉप्ट आंगनवाड़ी अभियान समाज को जोड़ने के लिए शुरू किया। इंदौर में एक दिन में ठेले लेकर निकाला था तो बिना मांगे साढ़े 8 लाख रुपए से अधिक के चेक मिल गए। हमें यह सोचना है कि हम अपनी आंगनवाड़ी को कैसे एक आदर्श आंगनवाड़ी बना सकते हैं। वहीं उन्होंने आंगनवाड़ी महिला कार्यकर्ताओं से कहा कि कोई बच्चा एक साल में अंडरवेट नहीं रहेगा ऐसा संकल्प लें। कुपोषण मुझे प्रदेश के माथे पर कलंक सा लगता है। बच्चे कुपोषित न रहें यह हमें तय करना है। यह सही है कि बाकी कई राज्यों से हम पीछे हैं।
आंगनवाड़ी का अमला करता है बहुत मेहनत
इस अवसर पर कहा कि अब आंगनवाड़ी सिर्फ आंगनवाड़ी नहीं होगी. अब प्री स्कूलिंग वहीं होगी। सीएम ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मेरे लिए विभाग नहीं परिवार है। हमारी आंगनवाड़ी का अमला बहुत मेहनत करता है। उन्होंने कहा कि यह केवल प्रमाणपत्र मैंने आपके हाथ में नहीं दिया बल्कि प्रदेश की जनता की ओर से आपका सम्मान किया है। विभाग का उद्देश्य सभल हो जाए यही जीवन की सार्थकता है।
मप्र में लिंगानुपात भी करूंगा बराबर
सीएम ने कहा कि मेरी एक जिद है कि मैं प्रदेश में लिंगानुपात को बराबर करुंगा। सीएम ने हा कि आज विभाग कन्यापूजन करना भूल गया। उन्होंने कहा कि 2011-12 में एक हजार बेटों पर 912 बेटियों का जन्म होता था। आज यह आकड़ा 956 बेटियां पहुंच गया है। हमें 1 हजार बेटों के जन्म पर 1 हजार बेटियों का जन्म हो करना है। उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना से प्रदेश में चमत्कार हो रहे है।