भोपाल में गैस त्रासदी जैसा मंजर: विश्रामघाट और कब्रिस्तान में शवों को जलाने और दफनाने के लिए जगह पड़ी कम

भोपाल । मध्यप्रदेश में कोरोना से कोहराम मचा हुआ है। शहर में सनटा पसरा है और श्मशान घाटों मे चीखने और सिसकने की आवाजे… कोरोनावायरस मामलों के बीच शहर के कब्रिस्तान और विश्रामघाट में अब शवों को दफन और जलाने के लिए जगह में कमी हो गई है। ये ही नहीं कब्रिस्तान में दफनाने के लिए अर्थ मूवर मशीन बुलानी पड़ी । कोरोना का कहर ऐसा की पिछले दिनो से रोज 40 से 50 शव श्मशान-कब्रिस्तान मे पहुंच रहे है। एमपी मे सबसे जायदा संक्रमित जिलो की बात की जाए तो भोपाल, इंदौर ग्वालियर जबलपुर है।
आधा प्रदेश बंद
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए शिवराज सरकार ने प्रदेश के आधे हिस्से को लॉक किया है। हर शहर अस्पताल बेड और आॅक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। बीते 24 घंटे में प्रदेश के चार बड़े शहरों में 4,511 नए मरीज मिले हैं। 24 मौतें हुई हैं। एक दिन पहले 4,136 मरीज मिले थे और 21 मौतें हुई थीं। कोरोना संक्रमण के चलते 10वीं -12वीं की बोर्ड परीक्षाएं एक माह टाल दी गई। ये परीक्षाएं 30 अप्रैल से शुरू होनी थी, जो जून में होगी। संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जारी किया जाएगा।