चैत्र नवरात्रि कल से: आदिशक्ति की आराधना के लिए सजे देवी मंदिर, नौका में सवार होकर आएंगी मां
नवरात्रि के दौरान तीन सर्वार्थ सिद्धि योग 23 मार्च, 27 मार्च 30 मार्च को लगेगा। जबकि अमृत सिद्धि योग 27 और 30 मार्च को लगेगा। रवि योग 24 मार्च, 26 मार्च और 29 मार्च को लगेगा और नवरात्रि के अंतिम दिन रामनवमी के दिन गुरु पुष्य योग भी रहेगा।
उज्जैन। देश भर में कल बुधवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होने जा रही है जो 30 मार्च तक चलेगा। चैत्र नवरात्र प्रतिपदा तिथि 21 मार्च को रात 10 बजकर 52 मिनट से शुरू हो रही है और प्रतिपदा तिथि का समापन 22 मार्च को रात 8 बजकर 20 मिनट पर होगा। वहीं घटस्थापना के मुहूर्त की शुरूआत सुबह 6 बजकर 23 मिनट से लेकर सुबह 7 बजकर 32 मिनट तक (अवधि) 1 घंटा 9 मिनट) रहेगी। इससे पहले आदिशक्ति की आराधना के लिए मध्यप्रदेश के सभी देवी मंदिर सज गए हैं।
ज्योतिषियों ने बताया है कि नवरात्रि के दौरान तीन सर्वार्थ सिद्धि योग 23 मार्च, 27 मार्च 30 मार्च को लगेगा। जबकि अमृत सिद्धि योग 27 और 30 मार्च को लगेगा। रवि योग 24 मार्च, 26 मार्च और 29 मार्च को लगेगा और नवरात्रि के अंतिम दिन रामनवमी के दिन गुरु पुष्य योग भी रहेगा। हरसिद्धि मंदिर, गढ़कालिका माता मंदिर, चामुंडा माता मंदिर, नगरकोट माता मंदिर, हामूखेड़ी स्थित माता मंदिर पर रंगाई-पुताई के साथ विद्युत सज्जा का काम किया जा रहा है। इसी तरह देशभर में प्रसिद्ध मैहर वाली मां शारदा के मंदिर में भी तैयारियां चल रही हैं।
मैहर में भक्तों के लिए की जा रही विशेष व्यवस्था
यहां पर भारत के विभिन्न प्रान्तों से लाखों श्रृद्वालुओं के पहुंचने की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए कानून एवं प्रशासनिक व्यवस्था बनाए रखने हेतु अपर कलेक्टर एवं अपर जिला मजिस्ट्रेट सतना शैलेन्द्र सिंह द्वारा 6 कार्यपालिक दंडाधिकारी नियुक्त किए गए है। बता दें कि चाहे शारदीय नवरात्रि हो या फिर चैत्र नवरात्रि मैहर मां शारदा देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड उमड़ती है। इसी के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।
नौका से होगा माता का प्रवेश
दुर्गा सप्तशती के मुताबिक चैत्र नवरात्रि बुधवार को शुरू होने से माता का आगमन नौका से होगा, जो फसल, धन धान्य और विकास के लिए लाभकारी रहेगा। चैत्र नवरात्र में इस बार तीन सर्वार्थ सिद्धि, तीन रवि योग, दो अमृत सिद्धि योग, दो राजयोग और गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग भी बनेगा। नवरात्र में पड़ रहे शुभ योगों में खरीदारी फलदायक रहेगी। इस दौरान घरों और मंदिरों में देवी मां की विशेष पूजा अर्चना होगी। हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु मातारानी के दर्शनों को पहुंचेंगे। बता दें कि माता की आराधना का पर्व नवरात्रि इस बार 22 मार्च से शुरू हो रहा है, इसी दिन से भारतीय नववर्ष यानी नवसंवत्सर भी प्रारंभ हो जाएगा। इस बार तिथियों की घट बढ़ नहीं होने के कारण पूरे नौ दिन ही माता की आराधना की जाएगी।