पूर्व भारतीय क्रिकेटर यशपाल शर्मा का हार्ट अटैक से निधन, साथी खिलाड़ियों ने किया याद

ताजा खबर : नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटर (former Indian cricketer) 66 वर्षीय यशपाल शर्मा (Yashpal Sharma) का हार्ट अटैक (heart attack) से निधन (death) हो गया है। यशपाल शर्मा 1983 की विश्व विजेता रही भारतीय टीम (1983 world champion Indian team) का हिस्सा रहे थे। यशपाल शर्मा ने भारतीय क्रिकेट टीम में बड़ा योगदान भी दिया था और वह कुछ दिनों तक टीम इंडिया के चयनकर्ता (Team India selectors) भी रहे हैं। बता दें कि यशपाल शर्मा ने 1979 में अंग्रेजों के खिलाफ लॉर्ड्स मैदान (Lord’s Ground against the British) में अपना पहला डेब्यू टेस्ट खेला था। यशपाल शर्मा ने भारत के लिए 37 टेस्ट मैच खेले जिनमें उन्होंने 1606 रन बनाए। टेस्ट मैचों में यशपाल शर्मा का सर्वोच्च स्कोर 140 रन रहा।
साथी खिलाड़ियों ने किया यशपाल को याद…
विश्व विजेता टीम में यशपाल शर्मा के साथ खेलने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर मदनलाल (Former Indian Cricketer Madanlal) ने अपने साथी खिलाड़ी के निधन पर कहा कि वह विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि ऐसा हुआ है। हमने पंजाब से खेल की शुरूआत की थी, फिर वर्ल्डकप में हम एक साथ खेले। मदनलाल ने बताया कि अभी कपिल देव (Kapil Dev) और टीम के अन्य सदस्यों से भी बात हुई है, हर कोई इस खबर से हैरान है।
पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद (Former Cricketer Kirti Azad) ने कहा कि आज हमारा परिवार टूट गया है, यशपाल शर्मा ने ही 1983 विश्व कप जीत का एजेंडा तय किया था। अभी हमने 25 जून को ही मुलाकात की थी, तब वह काफी खुश थे। हमारी टीम में वो सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक थे। कीर्ति आजाद के मुताबिक, आज सुबह वह जब मॉर्निंग वॉक से वापस लौटे, तब उन्हें सीने में दर्द हुआ था। उसी के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
1983 क्रिकेट विश्व कप फाइनल में यशपाल शर्मा का प्रदर्शन
25 जून 1983 को भारत और वेस्टइंडीज के बीच लॉर्डस पर खेले गए विश्व कप फाइनल में यशपाल शर्मा चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे। इस दौरान उन्होंने सधी हुई बल्लेबाजी करते हुए 11 रनों की पारी खेली। भारत ने इस फाइनल मुकाबले में वेस्टइंडीज (West Indies) को 43 रनों से हराकर पहली बार विश्व कप जीता। इससे पहले विश्व कप में भारत ने ग्रुप मैचों के दौरान वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत के साथ शुरूआत की थी। इस मुकाबले में यशपाल शर्मा की भूमिका अहम थी। जब वह बल्लेबाजी करने मैदान पर आए तो उस समय भारत का स्कोर 3 विकेट पर 76 रन था इसके बाद भारत के 141 रनों पर पांच विकेट गिर गए।