व्यापार

म्यूचुअल फंड से मोटा फंड बनाने के लिए अपनाएं ये 7 तरीके, फिर मिलेगा फायदा

हम सभी ने म्यूचुअल फंड के बारे में कभी न कभी तो सुना ही होगा। लेकिन निवेश का फैसला सभी नहीं ले पाते हैं। ये भी सच है कि अधिकतर लोगों को इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है।

हम सभी ने म्यूचुअल फंड  के बारे में कभी न कभी तो सुना ही होगा। लेकिन निवेश का फैसला सभी नहीं ले पाते हैं। ये भी सच है कि अधिकतर लोगों को इस बारे में पूरी जानकारी नहीं होती है। ऐसे लोग निवेश करना तो चाहते हैं, लेकिन डरते हैं कि कहीं पैसा डूब ना जाए?, लेकिन इसी बीच आज हम आपके लिए म्यूचुअल फंड से जुड़ी ऐसी जानकारी लेकर सामने आये हैं। जिसके जरिए आप आसानी से मोटा फंड बना सकते हैं। जी हां, म्यूचुअल फंड से आप कैसे मोटा फंड बना सकते हैं, ये तो हम आपको आगे बताएंगे, लेकिन सबसे पहले ये जान लेते हैं कि आखिर म्यूचुअल फंड है क्या ?

म्यूचुअल फंड क्या है ?

म्यूचुअल फंड एक ऐसा फंड है, जो AMC यानी एसेट मैनेजमेंट कंपनीज ऑपरेट करती है। इन कंपनियों में कई लोग अपने पैसे निवेश करते हैं। म्यूचुअल फंड द्वारा इन पैसों को को बॉन्ड, शेयर मार्केट समेत कई जगहों पर निवेश किया जाता है। आसान शब्दों में कहें तो म्यूचुअल फंड बहुत सारे लोगों के पैसे से बना एक फंड होता है। यहां पर एक फंड मैनेंजर होता है, जो फंड को सुरक्षित तरीके से थोड़ा-थोड़ा करके अलग-अलग जगह पर निवेश करते हैं। म्यूचुअल फंड से आप न सिर्फ शेयर बाजार में बल्कि गोल्ड पर भी निवेश कर सकते हैं। तो ये तो आपने जान लिया कि म्यूचुअल फंड आखिर क्या होता है, लेकिन अब हम आपको बताएंगे कि अगर आप अपने भविष्य के लिए म्यूचुअल फंड के जरिए मोटा फंड तैयार करना चाहते हैं, तो आपको क्या करना होगा?

म्यूचुअल फंड के जरिए मोटा फंड

जी हां, इसके लिए आपको कुछ तरीके फॉलो करने होंगे। तभी आप म्यूचुअल फंड में निवेश करके अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही सैलरीड कर्मचारियों को कुछ टिप्स सही म्यूचुअल फंड योजना चुनने में मदद कर सकते हैं। म्युचुअल फंड सैलरी पाने वाले लोगों के लिए उनके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के निवेश अच्छे से काम आते हैं, लेकिन अक्सर वेतनभोगी लोग म्युचुअल फंड योजनाओं को चुनते समय असमंजस में पड़ जाते हैं, क्योंकि बाजार में बहुत सारे म्यूचुअल फंड के विकल्प मौजूद हैं। म्युचुअल फंड में निवेश करना कई फैक्टर्स पर निर्भर करता है। जैसे कि निवेश के समय उम्र, रिस्क लेने की क्षमता, वित्तीय लक्ष्य, टैक्स मैनेजमेंट, रिटायरमेंट के शेष वर्ष आदि। म्यूचुअल फंड में एकमुश्त निवेश करने के लिए बोनस की तरह रिस्क कम करने और वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उन्हें कई म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश करना चाहिए।तभी आपको पूरा फायदा मिल पाएगा। चलिए अब हम आपको बताएंगे कि अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर अपना पैसा मोटा करना चाहते हैं, तो आपको किन बातों का ध्यान रखना पड़ेगा ?

इन बातों का ऱखें ध्यान

  1. आप कई तरह के म्यूचुअल फंड निवेश विकल्प चुन सकते हैं।जो आपको वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।इसके साथ ही टैक्स बचाने के लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम में निवेश कर सकते हैं।
  2. ईएलएसएस एक निवेशक को एक इक्विटी म्यूचुअल फंड योजना में निवेश करने की मंजूरी देता है और साथ ही एक वित्तीय वर्ष में 5 लाख रुपए की अधिकतम सीमा तक टैक्स छूट का लाभ प्रदान करता है। इसलिए आप टैक्स बचा सकते हैं और साथ ही निवेश पर बेहतर रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
  3. निवेशकों को रिस्क कम करने और लंबी अवधि में रुपए की औसत लागत का लाभ प्राप्त करने के लिए म्यूचुअल फंड एसआईपी मोड के माध्यम से निवेश करना चाहिए। इससे उनका पैसा सुरक्षित रहता है और किसी प्रकार का कोई जोखिम नहीं रहता है।
  4. टैक्स बचत के अलावा आपको वित्तीय चुनौतियों का सामना करने के लिए भी फंड की आवश्यकता होती है।इसलिए आपके लिए लंबी अवधि में पर्याप्त आकस्मिक फंड बनाए रखना महत्वपूर्ण है।इमरजेंसी की स्थिति में आप शॉर्ट-टर्म डेट फंड जैसे लिक्विड फंड, अल्ट्रा-शॉर्ट ड्यूरेशन म्यूचुअल फंड या आर्बिट्रेज फंड में निवेश कर सकते हैं।क्योंकि इनमें रिस्क कम रहता है और आप बिना किसी परेशानी के जल्दी से पैसा भी आसानी से निकाल सकते हैं।
  5. इक्विटी म्युचुअल फंड योजनाओं में कई विकल्प मौजूद हैं।जहां आप रिस्क के आधार पर बेहतर रिटर्न पाने के लिए पैसा निवेश कर सकते हैं।अगर आप हाई रिटर्न चाहते हैं और जोखिम लेने के लिए तैयार हैं। तो आप एक छोटी या मिड-कैप म्यूचुअल फंड या लार्ज-कैप फंड स्कीम में निवेश कर सकते हैं।.
  6. आमतौर पर अगर आप अपने करियर में एक निश्चित मासिक आय अर्जित करना चाहते हैं।तो आपको प्रत्येक वित्तीय लक्ष्य के लिए अपनी आय के अनुमानित सोर्स के साथ तालमेल बिठाने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।हालांकि, एफडी, जीवन बीमा पॉलिसी आदि जैसे निवेश की मैच्योरिटी पर एक बड़ा फंड मिल सकता है।
  7. आप उचित डेट फंड में एकमुश्त निवेश कर सकते हैं।क्योंकि इसमें इक्विटी योजनाओं की तुलना में कम रिस्क है।आप रिस्क लेने की क्षमता और रिटर्न की उम्मीद के आधार पर आप एक उचित डेट फंड चुन सकते हैं।यानि रिस्क से बचने के लिए आप एक ऐसे म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।जिसका एक्सपोजर शॉर्ट-टर्म डेट इंस्ट्रूमेंट्स में हो।ये सात विकल्प का आपको विशेष ध्यान रखना है।अगर आपने निवेश करते समय इन बातों पर विशेष ध्यान दिया तो।आप भी म्युचुअल फंड के जरिए अपना मोटा फंड बना सकते हैं।

Web Khabar

वेब खबर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button