किसानों ने जंतर-मंतर बनाया अपना नया ठिकाना, विपक्ष से कहा- सदन में बने हमारी आवाज

ताजा खबर : नई दिल्ली। केन्द्र सरकार (central government) द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों (agricultural laws) का विरोध कर रहे किसानों (farmers) ने अब अपना नया ठिकाना तलाश लिया है। किसानों ने सरकार को घेरने बड़ी संख्या में जंतर-मंतर (Jantar Mantar) पर पहुंच गए हैं और संसद शुरू कर दी है। किसान संगठनों द्वारा बताया जा रहा है कि जब तक संसद का मानसून सत्र जारी रहेगा वह हर रोज यहां पर ऐसी किसान संसद (farmers’ parliament) लगाएंगे। इनकी किसान संसद की घोषणा के मद्देनजर संसद भवन के आसपास सुरक्षाबल (security forces) मुस्तैद हैं।
जंतर-मंतर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि किसान अब अपनी संसद बैठाएंगे। सदन में अगर सांसद किसानों के हित में अपनी आवाज नहीं उठाएंगे तो उनके क्षेत्र में ही उनकी निंदा की जाएगी, फिर चाहे वो किसी भी पार्टी से हों। गुरुवार सुबह सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से बसों में भरकर किसानों का जत्था जंतर-मंतर पर पहुंचा।
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के द्वारा सिर्फ 200 किसानों को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की इजाजत दी गई है। सुबह 11 से शाम 5 बजे तक ये किसान यहां पर प्रदर्शन कर सकेंगे। जंतर-मंतर पहुंचने के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम यहां पर अपनी आवाज उठाएंगे, विपक्ष को सदन के अंदर हमारी आवाज बनना चाहिए।
प्रदर्शनकारियों के साथ मौजूद योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने कहा कि पुलिस द्वारा एक बार फिर बसों की चेकिंग की जा रही है, जिसकी वजह से किसानों को जंतर-मंतर पहुंचने में देरी हुई है। अन्य किसान नेताओं ने कहा कि दिल्ली पुलिस और सरकार बार-बार अपने वादे से मुकर रही है और किसानों को रास्ते में परेशान कर रही है। किसानों के प्रदर्शन के बीच कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने कहा कि हम किसानों के साथ बातचीत करने को तैयार हैं, हम पहले भी बात करते रहे हैं। मोदी सरकार किसान हितेषी है।