किसान आंदोलनः कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने जाम किया केएमपी एक्सप्रेस वे

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दावे हुए फैलः किसानों के भारी वाहनों को नहीं रोक पाई पुलिस
सोनीपत (हरियाणा)। कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर संघर्षरत किसान संगठनों ने शनिवार सुबह केएमपी (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेस-वे जाम कर दिया। इस दौरान वाहनों का आवागमन पूरी तरह बंद कर दिया गया है। वहीं 24 घंटे तक जाम रखने के आह्वान के बाद पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है। वहीं केएमपी जाम होने के कारण नेशनल हाईवे पर गन्नौर और मुरथल में भी भारी जाम लग गया है। भारी वाहनों को रोकने के कारण रास्ता जाम हो गया है। हर बार पर्याप्त इंतजाम का दावा करने वाली पुलिस भारी वाहन रोक नहीं पा रही। पानीपत और गन्नौर में नाका होने के बावजूद मुरथल तक भारी वाहन पहुंच रहे हैं।
केएमपी पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए 20 कंपनी लगाई गई हैं। ये कंपनियां छह डीएसपी और 17 इंस्पेक्टर के मार्गदर्शन में काम करेंगी। जाम के दौरान कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा। किसान संगठनों से कानून व्यवस्था हाथ में न लेने की अपील की जा रही है। इसके साथ ही लोगों को केएमपी की तरफ नहीं जाने की सलाह दी जा रही है।
केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 12 कंपनी तैनात
किसान संगठन तीन कृषि कानूनों को वापस लेने सहित अन्य मांगों को लेकर धरने पर हैं। कुंडली बॉर्डर पर हजारों किसान डटे हैं। बॉर्डर से वाहनों का आवागमन ठप है। किसान शनिवार को सुबह आठ बजे से रविवार सुबह 8 बजे तक 24 घंटे केएमपी जाम रखेंगे।
केएमपी पर छह डीएसपी के नेतृत्व में 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। इसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 12 व पुलिस की आठ कंपनी तैनात रहेंगी। 6 डीएसपी के साथ 17 इंस्पेक्टर की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही राई, कुंडली व खरखौदा थाना में सुरक्षा टीम बनाई गई है। पुलिस का कहना है कि कानून हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं दिया जाएगा।