ड्रोन हमले के 48 घंटे बाद भी खाली हाथ जांच एजेंसी, अब एनआईए को जिम्मेदारी

ताजा खबर: जम्मू/नई दिल्ली। जम्मू में सेना के एयरबेस (army airbase) पर शनिवार-रविवार को हुए ड्रोन हमले (Drone strikes) के 48 घंटे बाद भी ड्रोंस को लेकर कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। ऐसे में अब इसकी जांच की जिम्मेदारी एनआईए (NAI) को सौंप दी गई है। जांच की जिम्मेदारी मिलने के बाद एनआईए जल्द ही मामले में मामला दर्ज कर जांच शुरू करेगी। कयास लगाए जा रहे हैं ड्रोंस हमले के पीछे पड़ोसी देश पाकिस्तान (neighboring country pakistan) के आतंकवादी संगठनों (terrorist organizations) का हाथ हो सकता है। ऐसे में इस मामले की जांच हर एंगल से की जाएगी।
ज्ञात हो कि जम्मू एयरबेस को निशाना बनाने के लिए ड्रोन के जरिए दो विस्फोटक अंदर भेजे गए थे, जिसकी वजह से दो छोटे धमाके हुए थे। सुरक्षा एजेंसियां (security agencies) इस मामले की जांच आतंकी एंगल से भी कर रही थीं, लेकिन अब इस घटना की बारीकी से जांच NAI करेगी। इस अटैक को लेकर जांच में जो बात अभी तक सामने आई है, उसके मुताबिक हमला करने वाले दो ड्रोन थे, जो आए और विस्फोट करके चले गए। इनमें एक विस्फोट एयरबेस में एक छत पर हुआ जबकि दूसरा खुले में हुए। हमले में दो जवानों को कुछ चोट भी पहुंची थी, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ था।
एजेंसियों को शक है कि इन ड्रोन्स को कहीं पास से ही मैनेज किया जा रहा था, इसी कारण आसानी से ये सबकुछ हो पाया था। क्योंकि ड्रोन काफी छोटे रहे, इसलिए कोई निशानी भी नहीं मिल पाई। अभी सुरक्षा एजेंसियां एयरबेस पर हुए ड्रोन अटैक की जांच में जुटी थीं कि सोमवार रात को एक और ड्रोन देखा गया है. जम्मू में सुंजवान मिलिट्री स्टेशन के पास ये ड्रोन देखा गया था, एजेंसियां अभी ये भी जांच कर रही हैं कि ये ड्रोन एक ही है या फिर तीन ड्रोन थे। ये ड्रोन तीन अलग-अलग इलाकों में देखे गए थे।