पत्तागोभी खाना हो सकता है खतरनाक,आपकी एक गलती इसके सेवन को न बना दे जानलेवा
पत्ता गोभी ऐसी सब्जी है जिसे अधिकतर लोग खाना पसंद करते हैं। वैसे तो पत्ता गोभी ( बंद गोभी ) का उपयोग सिर्फ सब्जी में ही नहीं बल्कि सलाद में और कई चाइनीज फूड बनाने में उपयोग किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है पत्ता गोभी हमारी सेहत के लिए बहुत खतरनाक भी हो सकती है। पत्तागोभी खाने से उनके स्वास्थ्य को लाभ नहीं, बल्कि नुकसान हो सकता है। इसे खाकर आप कभी भी बीमार पड़ सकते हैं। पत्तागोभी में कई बार टेपवर्म नाम का कीड़ा मौजूद होता है और यह आंखों से नजर भी नहीं आता है और लोग इसे ऐसे ही धोकर इसकी सब्जी बना लेते हैं। फिर बाद में यह कीड़ा पेट के अंदर चला जाता है। फिर आंतों में चिपक कर वहां अंडे देता है जो शरीर के लिए किसी खतरे से खतरे से खाली नहीं होते। चलिये पता करते हैं, लेकिन उससे पहले समझते हैं कि यह कीड़े आखिर होते कैसे हैं?
पत्ता गोभी कैसे होती है हानिकारक?
दरअसल, अगर गोभी में टेपवॉर्म मौजूद होते हैं और उन्हें बिना अच्छी तरह से धोए या अधपका खा लिया जाए तो शरीर में परजीवी के प्रवेश करने की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है। जब टेपवॉर्म शरीर में पहुंचता है तो तेजी से इनकी संख्या में बढ़ोतरी होने लगती है और ये आंतों को भेदते हुए ब्लड वेसेल्स में प्रवेश कर जाते हैं। इसके बाद ये खून के जरिए शरीर के अन्य अंगो तक भी पहुंच सकते हैं। डॉक्टरों की मानें तो यह कई बार हमारे मस्तिष्क और लिवर तक में पहुंच जाते हैं, जिसके कारण कई प्रकार की बीमारियां भी हो सकती हैं।
ऐसे में इससे बचने का एक मात्र तरीका यही हो सकता है कि आप पकाने से पहले पत्ता गोभी को अच्छी तरह से धोएं और अच्छी तरह से पकाएं. हालांकि, टेपवॉर्म बारिश के मौसम में ज्यादा एक्टिव रहते हैं, मगर सावधानी के लिए जरूरी है कि आप हर मौसम में जब भी पत्ता गोभी बनाएं उसे अच्छी तरह से जरूर धो लें। आपको बता दें कि टेपवॉर्म पत्ता गोभी के अलावा फूल गोभी, धनिया, पालक, मछली, पॉर्क और बीफ में भी पाया जाता है।
कैसा होता है बंद गोभी का कीड़ा?
गोभी में कुछ कीड़े दिखाई देते हैं, जिनका रंग हल्का हरा और कभी – कभी सफ़ेद होता है। मगर कुछ कीड़े ऐसे भी होते हैं जो दिखाई नहीं देते जैसे कि टेपवर्म। ये कीड़े और परजीवी इतने छोटे होते हैं कि इन्हें हमारी नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता है।
स्वास्थ्य के लिए कैसे हानिकारक है बंद गोभी का कीड़ा?
बंद गोभी की परतों में इसका कीड़ा बहुत गहराई तक छिपा होता है। इस परजीवी के लार्वा और अंडे कठोर खोल वाले होते हैं। यह उन्हें उच्च तापमान से बचाता है। यही कारण है कि टेपवर्म और उसके लार्वा हमारे तेज तापमान पर खाना पकाने के बाद भी जीवित रहते हैं। इतना ही नहीं, यह टेपवर्म खुद को मल्टिप्लाइ भी कर सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार जितनी बार हम इसे काटेंगे यह उतनी बार खुद की तादाद बढ़ा सकता है।
टेपवर्म कच्ची या अधपकी सब्जियों, के जरिए हम तक पहुंचता है। पेट में पहुंचने के बाद ये कीड़ा सबसे पहले आंतों में प्रवेश करता है। उसके बाद यह ब्लड फ्लो के साथ नसों के जरिए दिमाग तक भी पहुंच सकता है। मस्तिष्क में पहुंचने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है और किसी घातक बीमारी को जन्म दे सकता है।
इस कीड़े से आप कैसे बच सकती हैं?
जैसा हमारे बड़े – बुजुर्गों ने सिखाया है कि बारिश के मौसम में बंद गोभी से दूर रहें और बाहर का खाना न खाएं।
घर पर बना रही हैं तो बंद गोभी या फूल गोभी को अच्छे से पका कर खाएं। पकाने से पहले इसे कुछ देर विनेगर डालकर गर्म पानी में रखें।
भूलकर भी बंद गोभी को कच्चा न खाएं, जैसे सलाद के रूप में या सैंडविच में, इससे पेट में कीड़े पहुंचने का जोखिम बढ़ सकता है।
अन्य सब्जियों की तरह बंद गोभी भी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए गोभी खाना न छोड़ें और उपरोक्त सावधानियों का पालन करें।