केन्द्र की तर्ज पर होगा यूपी का मंत्रिमंडल विस्तार, छवि खराब करने वाले मंत्रियों की छुट्टी तय, कुछ होंगे इधर से उधर
प्रमुख खबरें : लखनऊ। यूपी में योगी मंत्रिमंडल (Yogi Cabinet) के विस्तार की चल रहे अटकलें अब अब तेज हो गई हैं। कयास लगाया जा रहा है कि इस महीने के आखिरी तक मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि यूपी (UP) के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (State President Swatantra Dev Singh) और संगठन महामंत्री सुनील बंसल (Organization General Secretary Sunil Bansal) इसी के मद्देनजर हाईकमान (high command) से मिलने दिल्ली पहुंच गए हैं। बता दें कि इसी हफ्ते चार नए MLC का मनोनयन भी होना है।
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान मंत्री पद में रहते हुए अच्छा काम न करने वालों की छुट्टी होगी, जबकि मई मंत्रियों के विभागों में हेर-फेर किया जाएगा। सीएम आवास CM House पर हुई कई बैठकों में मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले संभावित चेहरों, 75 वर्ष की आयु पूरी कर चुके और खराब परफॉर्मेंस के आधार पर हटाए जाने वाले मंत्रियों के नामों पर मंथन हुआ है। जानकारों के मुताबिक जनता के बीच अच्छा संदेश देने के लिए केंद्र सरकार की तर्ज पर खराब छवि, विभाग में बेहतर प्रदर्शन न कर पाने वाले मंत्रियों को हटाने या उनके विभाग बदलने पर कोर कमेटी में सहमति बन गई है।
बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव (Assembly elections) से ठीक पहले हो रहे कैबिनेट विस्तार के दौरान क्षेत्रीय और जातीय संतुलन को साधने की पूरी कोशिश की जाएगी। ऐसे में इस बार नए चेहरों को जगह दी जा सकती है। साथ ही जिन चार सदस्यों को मनोनीत किया जाना है, उस मसले पर भी स्वतंत्र देव सिंह, सुनील बंसल बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) से मंथन कर सकते हैं।
बीजेपी ने कार्यसमिति की मीटिंग में किया था मंथन
आपको बता दें कि बीते लंबे वक्त से योगी मंत्रिमंडल में बदलाव के कयास लगाए जा रहे थे, हालांकि ये तय नहीं हो पाया था. अभी हाल ही में लखनऊ में भाजपा कार्यसमिति की बैठक हुई है, जिसमें केंद्रीय नेतृत्व के नेता भी शामिल हुए थे जबकि जेपी नड्डा ने बैठक को संबोधित किया था। इस मीटिंग के अलावा हाल ही में लखनऊ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच बैठक हुई। इस मीटिंग में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) भी शामिल हुए थे, जिसमें आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर मंथन किया गया।