इंदौरः शहर कांग्रेस अध्यक्ष की घोषणा जल्दी ही, चार कार्यवाहक अध्यक्ष भी बनाने की तैयारी
बाकलीवाल और बागड़ी में से ही कोई एक हो सकता है अध्यक्ष
इंदौर। चार महीने से खाली पड़े इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद को अब चेहरा मिलता दिख रहा है। मुख्य अध्यक्ष के लिए दो नामों में से कोई एक पर मोहर लगेगी जबकि, साथ में चार कार्यवाहक अध्यक्ष भी बनाए जाएंगे। अगले दो-चार दिन में कमलनाथ के दिल्ली जाने की तैयारी है, संभवतः वहीं से नामों की घोषणा हो सकती है। इंदौर के अलावा पाँच और शहरों में अध्यक्ष नहीं हैं।
सूत्रों के मुताबिक अध्यक्ष के लिए उन्हीं दो नामों में से किसी एक को बनाया जा रहा है जिन्हें लेकर चार महीने पहले विवाद हुआ था। इनमेँ एक हैं विनय बाकलीवाल और दूसरे हैं अरविंद बागड़ी। चार महीने पहले बाकलीवाल को हटाकर ही अरविंद बागड़ी को अध्यक्ष बनाया गया था लेकिन पद ग्रहण करने के कुछ ही घंटों बाद उनकी नियुक्ति पर प्रदेश प्रभारी जयप्रकाश अग्रवाल ने स्थगन दे दिया था। तब से बात ऐसी बिगड़ी की चार महीने होने को आए बनने का नाम ही नहीं ले रही है। शुजालपुर के निवासी महेंद्र जोशी प्रभारी अध्यक्ष की भूमिका निभा रहे हैं लेकिन अब लग रहा है कि दो-चार दिन में पूर्णकालिक अध्यक्ष मिल जाएगा।
कार्यवाहक अध्यक्ष भी बनेंगे
शहर में अध्यक्ष के साथ चार कार्यवाहक अध्यक्ष भी बनाने की तैयारी है। इसके लिए विधायकों और बड़े नेताओं से नाम माँगे गए हैं। पार्टी की कोशिश है चार कार्यवाहक अध्यक्षों में क्षेत्र और जातिगत संतुलन रखा जाए। हालाँकि, पार्टी द्वारा नाम माँगे जाने के बाद नेता भी अपने समर्थकों को लेकर असमंजस में पड़ गए हैं। चुनावी साल में वे भी अपनी टीम को नाराज नहीं करना चाहते हैं इसलिए फूँक-फूँककर कदम रख रहे हैं क्योंकि हर नेता के साथ दावेदार तो कई हैं लेकिन नाम केवल एक ही देना ही है। यही उनके लिए चुनौती है।
फिर रह गए गोलू अग्निहोत्री
शहर कांग्रेस में गोलू अग्निहोत्री संभवतः इकलौते ऐसे नेता हैं जिनके साथ बार-बार राजनीतिक अनर्थ हो जाता है। दो बार उन्हें विधायक का टिकट दिया गया और फिर वापस लेकर एक बार दीपू यादव को और दूसरी बार संजय शुक्ला को दे दिया गया। इस बार वे अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार थे। बागड़ी का नाम अटकने के बाद गोलू को ही अगला अध्यक्ष माना जा रहा था लेकिन जिस हिसाब से समीकरण बने हैं, लगता है इस बार भी गोलू को मन मारकर बैठना पड़ेगा। पहले उन्हें चार नंबर के टिकट के लिए भी इशारा किया गया था लेकिन यहाँ से अचानक बीते कुछ दिनों से अक्षय बम का नाम तेजी से उभरा है। उन्होंने तो विधानसभा में मिलना-जुलना भी शुरू कर दिया है।