बिहार में बड़ी लापरवाही: सुविधाओं के लिए तरस रहे मरीज, धूल फांक रहीं वेंटिलेटर मशीनें
अररिया। बिहार सरकार (Bihar Government ) कोरोना (Corona) से जंग लड़ने का मजबूत दावा कर रही है, तो वहीं हालात कुछ और ही नजर आ रहे हैं। एक ओर जहां कोरोना संक्रमित मरीज (Corona infected patient) हॉस्पिटल में बेड (Bed) और वेंटिलेटर (Ventilator) की कमी से जूझ रहे हैं, तो वहीं अररिया अस्पताल Araria Hospital()में चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई। यहां पर वेंटिलेटर धूल फांकते नजर आए। जब इस बारे में हॉस्पिटल के सर्जन (surgeon) से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि कर्मचारियों के अभाव में इनका संचालन नहीं हो पा रहा है।
पीएम केयर फंड से मिले
बता दें अन्य जिलों की तरह अररिया सदर अस्पताल (Araria Sadar Hospital) में भी 6 वेंटिलेटर पीएम केयर फंड (PM Care Fund) के जरिए मुहैया कराए गए थे, मगर पिछले 8 महीनों से यहां जस के तस पड़े हुए हैं। चौंकाने वाली बात यह भी थी कि इन 6 वेंटिलेटर में से एक वेंटिलेटर आईसीयू (ICU) के अंदर बने शौचालय के बाहर पड़ा हुआ था।
अस्पताल में कर्मचारियों की कमी
अस्पताल में संसाधनों की ऐसी बबार्दी की तस्वीरें देखने के बाद जब सिविल सर्जन डॉ. एमपी गुप्ता (Civil Surgeon Dr. MP Gupta) से सवाल पूछे तो उन्होंने बताया कि इनका संचालन करने के लिए कर्मचारियों की कमी है। सिविल सर्जन डॉ. एमपी गुप्ता ने बताया कि वेंटिलेटर को चलाने के लिए जितने डॉक्टर, नर्स और कर्मचारी की जरूरत होती है, वो उनके पास मौजूद नहीं हैं।उन्होंने बताया कि सरकार के आदेश अनुसार कर्मचारियों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है।