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अपेन्डिसाइटिस को न करें नजरअंदाज,इन घरेलू तरीकों से पाएं दर्द से निजात

आज के समय में में खानपान की अनियमितता (Catering Irregularity ) सहित लाइफस्टाइल में बदलाव ने कई रोगों को जन्म दिया है। ऐसी ही एक बीमारी (disease) है जिसे हम अपेंडिक्स (appendix) के नाम से जानते हैं। अपेंडिक्स आंत में पाए जाने वाली 3.5 इंच लंबी एक ट्यूब है. यह ट्यूब पेट के एकदम निचले हिस्से में होती है. माना जाता है कि अपेंडिक्स का शरीर में कोई काम नहीं है. यह एक वेस्ट पार्ट (Waste Part) है। अपेन्डिसाइटिस किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह अकसर 10 से 30 वर्ष की उम्र के बीच होता है। यह महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक आम है। अपेंडिक्स में जब इंफेक्शन होता है तो सूजन की वजह से जलन होने लगती है. इसके बाद पेट में बहुत ज्यादा दर्द होता है. इस बीमारी को अपेंडिसाइटिस (appendicitis) कहते हैं। यह एक क्रोनिक (chronic condition) बीमारी है. यानी एक बार लग गई तो बिना सर्जरी यह ठीक नहीं होती। हालांकि, बहुत से मामले में मरीज को पहले से पता नहीं चल पाता और अपेंडिक्स फट जाता है. ऐसे में तुरंत सर्जरी की जरूरत पड़ती है. इस परेशानी से बचना है तो खान-पान में कुछ चीजों को शामिल कर इसे बढ़ने से रोका जा सकता है साथ ही इसके असर को कम किया जा सकता है.

अपेंडिक्स होने के कारण : Appendix Pain causes …
: क़ब्ज़ रहना।
: आंतो Intestine में भोजन के कण का जाना।
: भोजन में फाइबर fiber की मात्रा का कम होना।
: फलों के बीजों का अपेंडिक्स में फंसना।
: अपेंडिक्स में गाँठ या केंसर cancer की बीमारी का होना।

ये हैं अपेंडिक्स के लक्षण : Appendix Symptoms
पेट में नाभि navel के आसपास दर्द महसूस होना, उल्टी आना, जी मचलना, पेट में सूजन, भूख न लगना, बुखार आना, गैस बनना और पेशाब करने में परेशानी होना अपेंडिक्स के लक्षणों में से है।

अपेंडिक्स के घरेलू नुस्खे
मेथी
मेथी अपेंडिक्स के लिए कुदरती तौर पर फायदेमंद है। मेथी के सेवन से अपेंडिक्स के आस-पास म्यूकस या पस नहीं बनता, जिसके कारण इंफेक्शन का खतरा कम रहता है। यह दर्द से भी राहत दिलाती है. दो चम्मच मेथी के दाने को एक लीटर पानी में आधे घंटे तक उबाल लें। इसके बाद पानी से मेथी को छान लें और इस पानी को दो बार पीएं. अपेंडिक्स का इलाज बेहतर तरीके से हो जाएगा।

बादाम का तेल
बादाम के तेल को अपेंडिक्स वाली जगह पर मसाज करें। यह अपेंडिक्स में सूजन को कम करने में मदद करेगा। पेट पर सिकाई करें. इसके बाद सॉफ्ट तोलिए को बादाम के तेल में भिंगो दें। फिर इससे पेट में मसाज करें. इसे तब तक करें जब तक राहत न महसूस हों।

वेजिटेबल जूस
गाजर, खीरा, चुकंदर आदि का जूस पीएं. ये अपेंडिक्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं। दिन में दो बार ये जूस पीने से दर्द से राहत मिलती है। मूली, धनिया और पालक को एक साथ मिलाकर भी जूस बना सकते हैं।

पुदीना
पुदीना भी अपेंडिक्स के लिए अच्छा है। यह उल्टी, गैस और बदहजमी को सही करता है। आप इसे चाय में मिलाकर पी सकते हैं या पानी में मिलाकर दिन में दो बार पीएं।

अपेंडिक्स का घरेलू उपचार है छाछ
छाछ पाचन में सुधार कर किसी भी तरह के संक्रमण से लड़ने के लिए प्रोबायेटिक बनाती है। दिन में एक बार एक लीटर छाछ जरूर पिएं। आप छाछ में जीरा, अदरक, पुदीना भी मिलाकर पी सकते हैं।

​अपेंडिक्स का घरेलू इलाज है बेकिंग सोड़ा
इसमें एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं। ये पाचन तंत्र को आराम देता है और अपेंडिसाइटिस के दर्द को कम करता है। ए‍क गिलास पानी में एक चम्‍मच बेकिंग सोडा मिलाकर तुरंत पी लें। जब भी दर्द हो इसका सेवन करें।

​अपेंडिक्स रोग का इलाज है लहसुन
लहसुन में सूजन-रोधी और माइक्रोबियल-रोधी गुण होते हैं। इसके सूजन-रोधी गुण दर्द को कम कर सकते हैं जबकि माइक्रोबियल-रोधी तत्‍व हानिकारक बैक्‍टीरिया, फंगस, वायरस और परजीवियों को खत्‍म कर सकते हैं। लहसुन की एक-दो कलियां लें और उन्‍हें कूटकर पानी के साथ निगल लें।

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