ज्योतिष

बेटी को विदाई में गलती से भी ना दें ये चीजें, नहीं तो होगा बहुत बड़ा अशुभ

बेटी का कन्यादान करना हर माता-पिता का सपना होता है। माँ पिता ये ही सोचते है की बेटी शादी के बाद अपने घर जाएं तो अपने परिवार में खूब खुश रहें और ससुराल वालों से उसे खूब प्‍यार मिले। लेकिन कई बार मां-बात कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिसकी वजह से बेटी को जीवन भर दुख सहना पड़ सकता है। विदाई के समय बेटी को दी गई कुछ चीजों के कारण उसके जीवन में खुशियों के बजाय दुख आने लगते हैं। आजकल के आधुनिक युग में शादी के आयोजन से लेकर दिए जाने वाले उपहार के चलन में पहले के जमाने के मुकाबले में काफी परिर्वतन आ गया है लेकिन फिर भी आज भी हर मां-बाप की ‘भावनाएं’ वही हैं। हर मां-बाप अपनी हैसियत और क्षमतानुसार अपनी बेटी को उसके नए जीवन की शुरूआत के लिए जरूरी  चीजें अवश्य देते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि बेटी को विदाई के समय कौन सी चीजें हैं जो भूलकर भी नही देनी चाहिए ।

बेटी को गणेश भगवान की मूर्ति कभी न दें
देने के लिए तो बेटी को आप कुछ भी दे सकते हैं लेकिन अगर मान्याताओं की माने तो कुछ चीजें शादी या विदाई के वक्त नही देनी चाहिए। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, जब भी कोई पूजा पाठ करता है तो वह भगवान गणेश से ही शुरुआत करता है। सभी देवी-देवताओं में गणेश जी का स्थान काफी अहम माना गया है। लेकिन अगर आप बेटी की शादी में उसे गणेश भगवान की मूर्ति भेंट करने के बारे में विचार बना रहे हैं तो यह विचार तुरंत बदल देना चाहिए। इसके पीछे कारण यह है कि ज्योतिष में बेटियों को लक्ष्मी के रूप में माना जाता है। वहीं, भगवान गणेश और मां लक्ष्मी का एकसाथ होना धन के आने का संकेत माना जाता है। ऐसे में यदि कोई बेटी को केवल गणेश भगवान की मूर्ति भेंट करता है तो मायके में धन की हानि होती है। केवल गणेश भगवान की मूर्ति ले जाने की वजह से मायके में हमेशा कलह और पैसों की तंगी बनी रहती है।

मिर्च
बेटी को विदाई के समय कभी भी मिर्च नहीं देनी चाहिए। इससे उसके शादीशुदा जीवन में कड़वाहट फैल सकती हैं। ऐसा माना जाता है कि बेटियों के साथ मिर्च रखेंगे तो नए रिश्‍तों में शुरुआत से ही तकरार होती है.। आज बेटी को विदाई में फल या सूखे मेवे दे सकते हैं. यह शुभ माना जाता है।
चूल्हा
कुछ लोग बेटी को गृहस्थी के लिए विदाई के दौरान चूल्हा देते हैं। ऐसा कभी भी नहीं करना चाहिए. चूल्हा देने से माना जाता है कि वह नए परिवार में जाते ही अपना चूल्‍हा अलग कर लें। चूल्‍हे की बजाए आप डिनर सेट या फिर अन्‍य घर गृहस्‍थी से जुड़ी दूसरी चीजें दे सकते हैं।
नमक
विदाई के समय बेटी को भूलकर भी नमक नहीं देना चाहिए. नमक इससे यह संदेश जाता है कि आप चाहते हैं कि बेटी केवल मायके के रिश्‍तों को ही निभाए। नए रिश्‍तों में मिठास बनी रहे इसलिए बेबेटियों को विदाई के वक्‍त मीठी वस्‍तुएं दी जाती हैं।
अचार
विदाई के समय बेटी के साथ भूलकर भी अचार ना रखें. अचार देने से नए रिश्तों में खटास आती है. आप खाने-पीने की बाकी चीजें दे सकते हैं.ऐसा माना जाता है कि बेटियों को अचार देने से नए रिश्‍ते बननेसे पहले ही उनमें खटास आ जाती है। अचार की प्रकृति खट्टी होने की वजह से ऐसा माना जाता है।

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