दिग्गी नहीं देशभक्त, कांग्रेस का DNA पाक परस्त: शिवराज ने बोला का तीखा हमला
कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्तान परस्ती का है। कभी सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं। कभी भगवान राम पर सवाल उठाते हैं। दिग्विजय सिंह पाकिस्तान के साथ खड़े हैं। वहीं राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे हैं और सर्जिक्रल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं।
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सोमवार को पुलवामा हमले और सर्जिकल स्ट्राइक सवाल उठाते हुए एक बार फिर सबूत मांग लिया था। जिसके बाद बवाल मच गया था। हालांकि कांग्रेस ने उनके इस बयान से दूरी बना ली थी। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा था दिग्गी के बयान से कांग्रस का कोई लेना देना नहीं है। अब दिग्गी के बयान पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीखा हमला बोला है। शिवराज ने कहा, ‘कांग्रेस का डीएन ही पाकिस्तान का है।’ यह बात उन्होंने मंगलवार को मीडिया के सामने कही है।
शिवराज ने कहा कि कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्तान परस्ती का है। कभी सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं। कभी भगवान राम पर सवाल उठाते हैं। दिग्विजय सिंह पाकिस्तान के साथ खड़े हैं। वहीं राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में चल रहे हैं और सर्जिक्रल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं। यह सेना का मनोबल गिराने वाला है। वह ऐसा न करें यह लोग भारत जोड़ो यात्रा में सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं। यात्रा में टुकड़े-टुकड़े गैंग इनके साथ चल रही है। राहुल गांधी सवाल करते हैं कि सेना कमजोर हो गई है।
राहुल से शिवराज ने किया यह सवाल
शिवराज ने दोहराते हुए कहा कि ‘कांग्रेस का डीएनए ही पाकिस्तान का है। कभी सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते है तो कभी भगवान राम का अस्तित्व था या नहीं इस पर सबूत मांगते है। कभी रामसेतू के सबूत मांगते है। दिग्विजय सिंह फिर सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रहे हैं। वो सेना का मनोबल गिराने का काम कर रहे हैं और वो दिखा रहे हैं कि वो पाकिस्तान के साथ खड़े हैं। यह देशभक्ति नहीं है। दिग्विजय सिंह के राज में कभी मध्यप्रदेश सिमी का गढ़ था। उन्होंने राहुल गांधी से सवाल किया कि यह कैस भारत जोड़ो यात्रा है?
नाथ को आदिवासी भाई-बहनों से बात करने का नहीं अधिकार
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के अनुसूचित जनजाति की बैठक बुलाने पर मुख्यमंत्री ने हमला बोला। सीएम ने कहा कि उन्हें आदिवासी भाई-बहनों की बात करने का अधिकार नहीं है। सीएम ने कमलनाथ से सवाल किया कि पैसा एक्ट लागू क्यों नहीं किया? आदिवासी महापुरुषों के नाम पर स्मारकों के नाम न रखे, न ही उन्हें याद किया। उन्होंने उनके लिए कुछ नहीं किया। सीएम ने कमलनाथ से सवाल पूछा कि विशेष पिछड़ी जाति बैगा, भारिया, सहरिया को बीजेपी की सरकार एक हजार रुपये देती थी। 15 महीने की कमलनाथ सरकार ने यह पैसा बंद क्यों किया?