नज़रिया

महज 10 सेकंड के अंतर ने 72 जिंदगियों को सुला दिया ‘मौत की नींद’

नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे ने 72 जिंदगियां ऐसी छीन ली, जैसे एक पल में रेत हाथ से घिसक गई हो।

नज़रिया : अक्सर हम लोग जिंदगी में 2 मिनट रूकने या फिर 2 मिनट बाद कोई काम करने के बारे में सोचते है, लेकिन क्या आपने सोचा है कि शायद ऐसा भी हो कि, जिंदगी कभी 10 सेकंड भी हमें न दें। जीवन की डोर ऊपर वाले के हाथों में होती है, लेकिन अगर ऊपर से उड़ने वाले प्लेन में ही ये सांसें हवा में छीन जाएं, तो इंसान जमीन पर आखिर सांस कैसे लेगा। नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे ने 72 जिंदगियां ऐसी छीन ली, जैसे एक पल में रेत हाथ से घिसक गई हो। नेपाल में हुए विमान हादसे की वजह या जिम्मेदार कोई भी हो, लेकिन महज 10 सेकंड के अंतर ने 72 जिंदगियों को मौत की नींद सुला दिया।

धुएं के गुबार में उड़ीं 72 जिंदगियां

लैंडिंग से महज 10 सेकंड पहले हादसे का शिकार हुआ ATR_72 अपने साथ एक को-पायलट का सपना भी ले उड़ा। दरअसल येति एयरलाइंस की ATR-72 एयरक्राफ्ट की को-पायलट इस फ्लाइट के साथ अपने सपने को भी मौत की नींद सुला गई। अंजू के लिए जैसे ये फ्लाइट की उड़ान आखिरी थी, वैसे ही उनके को-पायलट के पद के लिए भी ये उड़ान आखिरी ही थी, क्योंकि इस फ्लाइट की सफल लैंडिंग के बाद अंजू कैप्टन बनने वाली थी।  नेपाली मीडिया के मुताबिक काठमांडू के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पोखरा के लिए उड़ान भरते समय ATR-72 प्लेन के कैप्टन कमल केसी ने अंजू खतिवडा को मुख्य पायलट की सीट सौंपी थी, लेकिन लैंडिंग से सिर्फ 10 सेकेंड पहले उनके सपने और अरमान धुंए में मिल गए।

खाई में गिरती जिंदगियां

फ्लाइट की लैंडिंग से महज 10 सेकंड पहले ही विमान गिरता है औऱ जोरदार आवाज से ऐसा लगता है कि मानो कोई बम ब्लास्ट हुआ हो। इस हादसे की डरावनी तस्वीरें जिसने भी देखी, उसकी रूह कांप उठी। धुएं के गुबार के बीच खाई में गिरते प्लेन का वो हिस्सा, ऐसा तुकड़ों-तुकड़ों में बिखरकर खाई में गिर रहा था। जैसे इंसानों के शरीर से कतरा-कतरा खून रिस रहा हो। उस भयावह तस्वीर के साक्षी बनें लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। 72 जिंदगियों की मौत से कुछ देर पहले ही विमान में सवार एक भारतीय शख्स लाइव स्ट्रीमिंग कर रहा था। जिसके कैमरे में उठने वाली आग की वो लपटे इस बात की साक्षी थी कि कैसे हर कोई शख्स अपनी चीख के साथ अपनी आखिरी सांसों की उल्टी गिनती कर रहे थे।

10 सेकंड पहले 10 महीने के मासूम ने गंवाई जान

इस वीभत्स हादसे में न केवल नौजवानों और बुजुर्गों ने, बल्कि उस मासूम ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया। जिसने महज 10 महीने पहले इस धरती पर जन्म लिया था। धरती पर जन्म लेने के बाद महज 10 महीने के सफर ने उसे धरती पर वापस लौटने से 10 सेकंड पहले ही, ऊपर से ही ऊपर वाले के हवाले कर दिया।

विमान का इतिहास

नेपाल के पोखरा में दुर्घटनाग्रस्त हुआ येति एयरलाइंस का विमान ATR-72 कभी भारत के किंगफिशर एयरलाइंस की फ्लीट का हिस्सा हुआ करता था। विजय माल्या की कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस ने 15 साल पहले, 2007 में मशहूर फ्रेंच-इटैलियन रीजनल एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरर कंपनी ATR से यह ब्रैंड न्यू विमान खरीदा था। ATR की 754 सीरियल नंबर वाले इस विमान को भारत में VT-KAJ कॉलसाइन दी गई थी। 30 मार्च, 2013 तक इस विमान ने किंगफिशर एयरलाइंस के साथ उड़ान भरी थी। विजय माल्या की वित्तीय अनियमितताओं में संलिप्तता उजागर होने के बाद किंगफिशर एयरलाइंस बंद हो गई। अप्रैल 2013 में इस विमान को थाईलैंड की नोक एयर ने खरीदा था। नोक एयर के साथ इस विमान ने 2013 से अप्रैल 2019 तक उड़ान भरी।

इसी विमान से उद्घाटन में पहुंचे थें नेपाली प्रधानमंत्री
पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन के दिन, यानी 1 जनवरी 2023 को पहली डेमो उड़ान भी इसी विमान और इसी पायलट के साथ हुई थी। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड सहित सभी वीवीआईपी गेस्ट इसी विमान में सवार होकर काठमांडू से पोखरा गए थे और अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का उद्घाटन किया था। इसके 15 दिन बाद ही यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें 72 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है।

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