भोपाल। मध्यप्रदेश में गणेश उत्सव, डोल ग्यारस, ईद मिलादुन्नबी, अनंत चतुर्दशी सभी त्योहारों पर शांति और कानून व्यवस्था चौकस रहे। इसको लेकर डीजीपी सुधीर सक्सेना एक्शन में आ गए हैं। यही नहीं उन्होंने बुधवार को वीसी के माध्यम से पुलिस विभाग के सीनियर अफसरों के साथ बड़ी बैठक की। इस दौरान उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि त्यौहारों सभी मुस्तैद रहे और शांति एवं कानून व्यवस्था सुदृढ़ रखने के लिए गंभीरता से योजना तैयार करें। साथ ही अपने क्षेत्रों की लगातार निगरानी करते रहें। उन्होंने कहा सांप्रदायिक सौहार्द का वातावरण बना रहे इसके लिए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को मुस्तैदी से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि विशेष तौर पर सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग24*7 करें और आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर प्रभावी कार्रवाई करें।
डीजीपी ने कहा कि प्रदेश में आगामी पर्वों के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था सुदृढ़ रखने के लिए हमें तैयार रहना है। त्यौहारों में नागरिक उत्साहपूर्वक सम्मिलित हो रहे हैं, जिसको लेकर पुलिस की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हों, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि समस्त जिलों को अतिरिक्त बल उपलब्ध करा दिया गया है। एसपी पूरे बल की गहन समीक्षा कर सभी संवेदनशील तथा उपयुक्त स्थलों पर पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिया कि ग्रामनगर रक्षा समिति का भी सहयोग लें। उन्होंने कहा कि जिला एवं थाना स्तर के अलावा आवश्यकतानुसार बीट्स, मोहल्ला पर भी शांति समिति की बैठक आयोजित करें। बीट स्तर की इंटेलीजेंस को भी एक्टिव रखें।
महिला सुरक्षा के प्रति रहें सजग
सक्सेना ने कहा कि त्यौहारों के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि महिलाओं के साथ कोई अभद्रता की घटना ना हो। महिलाओं के साथ छेड़खानी करने वालों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए। गणेशोत्सव के दौरान महिलाओं के घर पहुंचने तक पुलिस मुस्तैदी से तैनात रहे। पंडालों में तथा जुलूस मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। सुनसान क्षेत्रों में पुलिस गश्त होती रहे। बैठक में सभी एडीजी-आईजी, भोपाल एवं इंदौर के पुलिस कमिश्नर, रेंज डीआईजी एवं समस्त पुलिस अधीक्षक व उपायुक्त शामिल हुए।
असामाजिक तत्वों पर करें कार्रवाई
डीजीपी ने कहा कि असामाजिक गतिविधियों को रोकने के लिए सजग रहें। विशेष तौर पर अवैध शराब कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। लाइसेंसी शराब दुकानें शासन के निर्धारित समय पर खुलें एवं बंद हों, यह अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें। वहीं डीजे पर आपत्तिजनक गाने ना बजाए जाएं, इसके लिए डीजे संचालकों को निर्देशित करें। असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखें और उन पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए।
संवेदनशील क्षेत्रों पर रखें नजर
डीजीपी ने कहा कि विगत वर्षों में जिन स्थानों पर सांप्रदायिक घटनाएं एवं विवाद की स्थिति बनीं हैं, उन सभी संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर उनकी निगरानी की जाए। विशेषकर शरारती तत्वों और उपद्रव फैलाने वाले लोगों की पहचान पहले ही कर ली जाए। शोभायात्रा और विसर्जन यात्रा के मार्गों को चिह्नांकित कर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करें। इस दौरान वीडियोग्राफी और ड्रोन का भी प्रयोग करें।